मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि आपराधिक जांच एक बहुमुखी चुनौती है और सफल अभियोजन के लिए सही जांच जरूरी है। सीएम मंगलवार को हिमाचल प्रदेश पुलिस की ‘आपराधिक जांच नियमावली’ और मोबाइल ऐप ‘अपराध मुक्त हिमाचल’ को जारी करते हुए संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर जांच के बाद अपराधियों को सजा मिले तो लोगों में कानून के प्रति विश्वास बढ़ेगा। कानून सुशासन का एक महत्वपूर्ण अंग है और पुलिस छानबीन की सुशासन में महत्वपूर्ण भूमिका है। जयराम ठाकुर ने कहा कि आपराधिक जांच नियमावली पुलिस विभाग की ओर से छानबीन की प्रक्रिया के मापदंड स्थापित करने की दिशा में एक उत्कृष्ट प्रयास है।
इससे न केवल जांच की दिशा निर्धारित होती है बल्कि जांच अधिकारी को बेहतर और व्यावसायिक तरीके से छानबीन करने में सहायता मिलती है। पुलिस मोबाइल ऐप ‘अपराध मुक्त हिमाचल’ की मदद से आम जनता का सहयोग प्राप्त होगा, जिससे राज्य में अपराध को रोकने में सहायता मिलेगी।इस ऐप की मदद से बिना पहचान बताए लोग शिकायत पंजीकृत कर सकेंगे। इसके लिए लोगों को इस ऐप को डाउनलोड करने के लिए प्रेरित करना होगा, जिससे प्रदेश को अपराध मुक्त बनाने में उनकी सहभागिता सुनिश्चित हो सके। नशा मुक्त राज्य बनाने के लिए पुलिस अधिकारियों ने प्रदेश में नशा बेचने के मामलों को रोकने के लिए सक्रिय भूमिका निभाई है।
पुलिस महानिदेशक एसआर मरडी ने कहा कि इस नियमावली में क्रमबद्ध तरीके से आपराधिक जांच के दौरान पालन किए जाने वाले प्रोटोकाल का विवरण है। इस नियमावली के उपयोग से जांच अधिकारियों को पेशेवर दृष्टिकोण अपनाने में सहायता मिलेगी। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एसबी नेगी ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। मुख्य सचिव अनिल खाची, प्रधान सचिव गृह जेसी शर्मा, गृह रक्षा विभाग के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अतुल वर्मा, पुलिस महानिरीक्षक हिमांशु मिश्रा, आईजी सीआईडी दलजीत ठाकुर, आईजी पुलिस प्रशिक्षण कॉलेज डरोह अतुल फुलझेले, आईजी अनुसंधान और प्रशिक्षण एपी सिंह मौजूद रहे