कोरोना वायरस से बचने के स्कूली बच्चों को तरीके बताए जाएंगे। बुधवार से स्कूलों में प्रार्थना सभा के दौरान विद्यार्थियों को जागरूक करने के लिए विशेष अभियान शुरू होगा। इस दौरान कोरोना वायरस के लक्षण और बचाव की जानकारी दी जाएगी। बच्चों के माध्यम से अभिभावकों को भी सचेत किया जाएगा।
मंगलवार को उच्च शिक्षा निदेशालय ने सभी जिला अधिकारियों को इस बाबत निर्देश जारी किए हैं। उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा ने विदेशों में छुट्टियां बिताकर लौटे शिक्षकों को भी एहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों की सलाह के बाद ही विदेशों से लौटे शिक्षक स्कूलाें में आएं।
प्रदेश के शीतकालीन स्कूलों में बुधवार से नया शैक्षणिक सत्र शुरू होना है। पहली जनवरी से 11 फरवरी तक इन स्कूलों में छुट्टियां थीं। सर्दियों की छुट्टियों के दौरान कई शिक्षक विदेशों में घूमने गए थे। अब स्कूल खुलने पर उच्च शिक्षा निदेशालय ने इन शिक्षकों की जानकारी जुटाना शुरू कर दिया है।
मंगलवार को उच्च शिक्षा निदेशालय ने जिला अधिकारियों को पत्र जारी कर ऐसे शिक्षकों से संपर्क करने को कहा है। डॉक्टरों से सलाह मशविरा करने के बाद ही इन शिक्षकों को स्कूलों में आने को कहा गया है। इसके अलावा विद्यार्थियों को भी जागरूक करने के निर्देश दिए हैं।
शिक्षा निदेशालय ने इस अभियान के तहत स्थानीय स्वास्थ्य विभाग से संपर्क कर विशेषज्ञों को भी स्कूलों में बुलाने की योजना बनाई है। इसके तहत स्वास्थ्य विभाग के विशेषज्ञों को स्कूलों में बुलाकर बच्चों को कोरोना वायरस को लेकर जागरूक किया जाएगा। शिक्षकों को भी प्रार्थना सभा में कोरोना वायरस को लेकर जानकारी देने को कहा गया है।