भोपाल. घोड़ा नक्कास स्थित सिलावटपुरा की तंग गली में बने चार मंजिला मकान में बुधवार दोपहर आग लगने से दहशत फैल गई। ग्राउंड फ्लोर के कमरे में शॉर्ट सर्किट से आग लगी, जिसने कुछ ही देर में पूरे मकान को चपेट में ले लिया। दो महीने बाद घर में शादी है, जिसकी खरीदारी के लिए रखे सात लाख रुपए भी जलकर खाक हो गए।
पहली मंजिल पर पालतू कुत्ता फंस गया, जिसे हनुमानगंज थाने के पुलिसकर्मियों ने बचा लिया। परिवार का आरोप है कि फायर ब्रिगेड 45 मिनट बाद पहुंची। हालांकि, जब तक आग पर काबू पाया, तब तक आग से पूरा मकान जलकर खाक हो गया था। आग की तेज लपटों से पड़ोस के दूसरे मकानों को भी नुकसान हुआ है। गौरतलब है कि पुराने शहर की तंग गलियों में आग लगने की कई घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकला।
जहां हादसा हुआ वह मकान 40 वर्षीय जितेंद्र यादव का है। वे यहां पत्नी, बहन जयमाला, भाई भारत और दो भांजियों के साथ रहते हैं। जितेंद्र ने बताया कि वह इन दिनों सीएम हाउस में प्राइवेट सुरक्षा गार्ड हैं। हादसे के वक्त दफ्तर में थे।
दसवीं की छात्रा वैष्णवी यादव ने बताया कि उस वक्त करीब डेढ़ बजे थे। पहली मंजिल के कमरे में मैं अपनी मौसेरी बहन कृतिका के साथ खाना खा रही थी। अचानक चट-चट की आवाज सुनकर ग्राउंड फ्लोर पर आई। देखा कि तार जल रहे थे और धुआं पूरे घर में भर गया था। कृतिका का हाथ पकड़ा और डरकर हम दोनों छत पर भागे फिर पड़ोसी की छत पर जाकर सीढ़ियों से नीचे उतरे। दौड़कर मामा भारत यादव को बुलाया। टंकियों से पानी निकालकर फेंकना शुरू किया। फायर ब्रिगेड 45 मिनट बाद आई। तब तक हनुमानगंज थाने से कुछ पुलिसकर्मी आ गए। छोटी मौसी जयमाला चीखने लगी, क्योंकि एक पेटी में सात लाख रुपए रखे थे। वो भी जल गए, हमारा डॉगी बंकू भी पहली मंजिल पर बंधा था। आग की परवाह किए बगैर पुलिसकर्मी पहली मंजिल पर गए और बंकू को बचा लाए।
जितेंद्र ने बताया कि छोटे भाई भारत की शादी 20 अप्रैल को होनी तय है। मां के निधन के बाद शादी होली के बाद होनी थी। इसकी खरीदारी के लिए घर में अलग-अलग गुल्लकों में इतनी रकम रखी थी। जो जलकर खाक हो गई। इस दौरान घर के बाहर खड़ी दौलत यादव की बाइक भी जल गई। वैष्णवी ने बताया कि 3 मार्च से परीक्षाएं शुरू हो रही हैं। नोट्स और किताबें भी इस हादसे में जलकर खाक हो गईं। आग की लपटें चौथी मंजिल तक उठ रही थीं। आस-पड़ोस के लोग भी इससे दहशत में थे। पड़ोस के मकानों पर भी आग की लपटों का असर हुआ।