हिमाचल के शिमला जिले के कुफरी के साथ लगती प्राथमिक पाठशाला छराबड़ा करीब तीन फुट बर्फ में दबी है। स्कूल पहुंचने वाला रास्ता बर्फ से लकदक है। सूबे में सभी सरकारी स्कूल खुल गए, लेकिन बर्फ में दबे छराबड़ा स्कूल पहले दिन कोई भी छात्र नहीं पहुंचा। हालांकि, स्कूल की मुख्य अध्यापिका अनीता वर्मा और शिक्षिका एकता जरूर स्कूल पहुंचीं, लेकिन बच्चों के न आने से इन्होंने खुद ही स्कूल के रास्ते से बर्फ हटाने का प्रयास किया। छराबड़ा प्राथमिक पाठशाला ऐसी जगह में है, जहां धूप नहीं लगती। दिसंबर और जनवरी में हुई बर्फबारी के बाद यहां बर्फ के ढेर लगे हैं।
स्कूल की छत पर करीब तीन फीट बर्फ जमी है। स्कूल का रास्ता बर्फ की संकरी गली में तबदील है। खेल मैदान बर्फ की मोटी चादर से ढका है। हर साल स्कूल के बच्चों को यहां स्कूल बंद होने से पहले दिसंबर में और स्कूल खुलने पर फरवरी में भारी परेशानी झेलनी पड़ती है। स्थानीय लोग 1972 में खुले इस स्कूल को यहां से शिफ्ट कर किसी धूप वाले स्थान पर शिफ्ट करने की मांग कर रहे हैं। बीपीईओ मशोबरा देवेंद्र केवला का कहना है कि हर साल छराबड़ा प्राथमिक पाठशाला में यह दिक्कत पेश आती है। स्कूल को शिफ्ट करने से ही समस्या हल हो सकती है।