भोपाल. पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा घोटाले के एक आरोपी ने अदालत में खुद को मानसिक रोगी बताते हुए मामले की सुनवाई स्थगित करने की मांग की। आरोपी शांतिलाल भारद्वाज ने कहा कि वह मानिसक रूप से विक्षिप्त है और उसका लंबे समय से मनोचिकित्सक इलाज कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में वह अपना बचाव पेश नहीं कर सकता, इसलिए सुनवाई स्थगित की जाए।
आरोपी ने इस संबंंध में ग्वालियर के अंतर्मन मनोचिकित्सा एवं नशा मुक्ति क्लीनिक के डाॅक्टर मुकेश चंगुलानी का एक मेडिकल दस्तावेज भी अदालत में पेश किया था। न्यायाधीश एसबी साहू ने इस मामले में शांतिलाल का मानसिक अवस्था का परीक्षण गांधी मेडिकल कालेज के मनोरोग चिकित्सक से कराए जाने के आदेश दिए हैं।
कोर्ट ने आरोपी की मानसिक अवस्था की सच्चाई जानने के लिए ग्वालियर से डाॅ. मुकेश चंगुलानी को अदालत में बयान के लिए बुलाया था। डाॅक्टर ने अपने बयान में कहा कि 26 नवंबर 2019 को शांतिलाल उनके पास इलाज के लिए आया था। आरोपी बायपोलर डिप्रेशन की बीमारी से पीड़ित है। इस बीमारी में मरीज का मन उदास, कमजोरी और नींद कम हो जाती है। पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा के मामले में शांतिलाल को 10 दिसंबर 2014 को गिरफ्तार किया गया था।