बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण की फिल्म छपाक 10 जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी. 39 करोड़ रुपये के बजट में बनी ये फिल्म विवादों में आने के चलते भले ही बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाई लेकिन फिल्म को क्रिटिक्स से खूब तारीफें मिलीं. एसिड अटैक सर्वाइवर लक्ष्मी अग्रवाल की कहानी पर आधारित इस फिल्म की रिलीज से पहले ही दीपिका पादुकोण ने ये साफ कर दिया था कि वह इस फिल्म से बिजनेस की उम्मीद नहीं कर रही हैं. वह इस फिल्म को बना रही हैं क्योंकि ऐसी फिल्में बननी चाहिए.
दीपिका पादुकोण ने इस साल का अपना पहला अवॉर्ड भी लक्ष्मी अग्रवाल और उन सभी लड़कियों के नाम किया है जिन पर कभी एसिड अटैक हुआ और बावजूद इसके वे हमेशा पूरी हिम्मत के साथ जीवन में आगे बढ़ती रही हैं. दीपिका ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक पोस्ट किया है जिसमें वह एक एसिड सर्वाइवर का हाथ थामे नजर आ रही हैं. तस्वीर के साथ उन्होंने एक लंबी पोस्ट लिखी है जिसमें दीपिका ने लिखा- छपाक वाकई मेरे करियर की सबसे मुश्किल फिल्म रही हैदीपिका ने लिखा- पहले भी ये कह चुकी हूं कि छपाक सिर्फ एक फिल्म नहीं है. ये एक आंदोलन है. जिसने सुंदरता को लेकर हमारी परिभाषा और समझ को चुनौती दी है. मशहूर अमेरिकी स्विस मनोवैज्ञानिक एलिजाबेथ रोज ने कहा है कि जिन सबसे खूबसूरत लोगों को हम जानते हैं वो वे हैं जिन्होंने परेशानियां झेली हैं, संघर्ष किया है, वो कम मशहूर हुए, परास्त हुए… और इतनी मुश्किलों के बावजूद वो जीवन में आगे बढ़े.
दीपिका ने अपनी पोस्ट में आगे लिखा- ये लोग काबिल-ए-तारीफ हैं, एक संवेदनशीलता और जिंदगी को लेकर एक समझदारी जो उन्हें जोश, सादगी और प्यार व फिक्र से भर देती है. खूबसूरत लोग बस खूबसूरत नहीं होते हैं. अपनी पोस्ट में दीपिका ने आगे लिखा- मैं आज का अवॉर्ड लक्ष्मी अग्रवाल और हर एक एसिड सर्वाइवर को डेडिकेट करती हूं जिसने बहुत कमाल का सफर तय किया है और हमें दिखाया है कि वास्तव में खूबसूरती का क्या मतलब होता है.