दिल्ली के शाहीन बाग में आज सुलह का रास्ता खुल सकता है. सुप्रीम कोर्ट की तरफ से नियुक्त वार्ताकार वरिष्ठ वकील संजय हेगड़े, साधना रामचंद्रन और वजाहत हबीवुल्लाह आज शाहीन बाग पहुंचेगे तो सुलह के फॉर्मूले पर भी बात होगी. उम्मीद की जा रही है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर मध्यस्थता के जरिये शाहीन बाग के मसले पर सर्वमान्य हल निकाला जा सकेगा. शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ 67 दिन से धरना जारी है.
वार्ताकारों संजय हेगड़े, साधना रामचंद्रन और वजाहत हबीवुल्लाह की टीम आज दोपहर शाहीन बाग जा सकती है. शाहीन बाग में सड़क पर डटे प्रदर्शनकारी वार्ताकारों से बातचीत को राजी हैं. शाहीन बाग में धरने पर डटी ‘दादी’ वार्ताकारों से बातचीत की अगुवाई करेंगी. हालांकि, प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि जब तक सीएए नहीं हटता, हम धरने से नहीं हटेंगे.
शाहीन बाग के प्रदर्शनकारी भी तीनों मध्यस्थों से मिलने के लिए तैयार हैं. उन्होंने बातचीत के लिए अपना एजेंडा भी तैयार कर लिया है. हम आपको बता दें कि तीनों वार्ताकारों के साथ धरने पर बैठे लोगों की मुलाकात किसी बंद कमरे में नहीं बल्कि धरनास्थल पर ही होगी. सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में साफ कहा है कि देश में किसी को भी विरोध का हक है, लेकिन रास्ता बंद करने के अधिकार के साथ बिलकुल नहीं.
संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन दोनों वरिष्ठ वकील हैं, जबकि वजाहत हबीबुल्लाह पूर्व मुख्य सूचना आयुक्त और राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं. शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों को भी तीनों वार्ताकारों का इंतजार है. उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट की पहल से कोई रास्ता निकल सकता है.
इससे पहले पुलिस अफसरों ने वार्ताकार संजय हेगड़े से मुलाकात करके दो महीने के धरने प्रदर्शन का ब्यौरा सौंपा. शाहीन बाग प्रदर्शन साइट को लेकर दिल्ली पुलिस ने अपने सुझाव दिए. इस दौरान संजय हेगड़े ने कहा कि वार्ता के अवसर पर सभी मुद्दों, विकल्पों और संभावनाओं पर खुलकर बात करने के लिए वो पूरा जोर लगाएंगे ताकि इस मसले का सर्वमान्य हल निकल सके.