ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के नेता वारिस पठान के भड़काऊ बयान पर अब पार्टी प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने एक्शन लिया है. बयान के बाद पार्टी की किरकिरी के बाद असदुद्दीन ओवैसी ने वारिस पठान के मीडिया से बात करने पर रोक लगा दी है. अब जबतक पार्टी इजाजत नहीं देगी तबतक वारिस पठान सार्वजनिक रूप से बयान नहीं दे पाएंगे.
नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ कर्नाटक के गुलबर्गा में जनसभा के दौरान वारिस पठान ने विवादित बयान दिया. उन्होंने कहा था, ‘हम 15 करोड़ ही 100 करोड़ लोगों पर भारी हैं. यह बात याद रख लेना.’ जिसके बाद उनकी आलोचना की गई, असदुद्दीन ओवैसी ने भी इस बयान की निंदा की थी.
वारिस पठान के प्रवक्ता हैं और हिन्दी पट्टी में पार्टी का जाना-माना चेहरा हैं. रैली में वारिस पठान बोले थे ‘हमने ईंट का जवाब पत्थर से देना सीख लिया है. मगर हमको इकट्ठा होकर चलना पड़ेगा. आजादी लेनी पड़ेगी और जो चीज मांगने से नहीं मिलती है, उसको छीन लिया जाता हैवारिस पठान के बयान पर बवाल हुआ था तो उन्होंने सफाई भी दी. अपनी सफाई में उन्होंने कहा कि मैंने किसी धर्म का नाम नहीं लिया और ना ही किसी के खिलाफ कुछ कहा. हालांकि, उन्होंने इस बयान पर माफी नहीं मांगी थी
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी वारिस पठान के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी थी. तेजस्वी का कहना था कि उन्हें तुरंत गिरफ्तार कर लेना चाहिए. तेजस्वी ने इसी के साथ बीजेपी पर भी निशाना साधा था और कहा था कि AIMIM बीजेपी की बी टीम की तरह काम कर रही है.
गौरतलब है कि वारिस पठान के अलावा AIMIM के साथ जुड़ा हुआ एक और विवाद सामने आया था. असदुद्दीन ओवैसी की एक सभा में युवती ने पाकिस्तान के जयकारे के नारे लगाए थे. जिसके बाद युवती को गिरफ्तार कर लिया गया है. असदुद्दीन ओवैसी ने इस बयान को गलत बताया और एक्शन लेने की मांग की.