भोपाल. भदभदा रोड स्थित पीएंडटी कॉलोनी की टाइप-2 में पार्किंग में खड़े 9 दो पहिया वाहनों और एक साइकिल में शुक्रवार तड़के आग लगने से दहशत फैल गई। ग्राउंड फ्लोर पर वाहनों में आग की लपटें 40 फीट तक उठ रही थीं, जिससे छत पर रखी पानी की टंकी तक पिघल गईं। वाहनों की टंकियों के फटने से हुए तेज धमाके से लोगों की नींद खुली। दरवाजा खोला तो बाहर धुएं का गुबार और तेज लपटें थीं। घबराहट में चौथी मंजिल पर रहने वाला एक परिवार काफी देर तक बालकनी में खड़ा रहा तो पहली मंजिल पर रहने वाली दो युवतियों और एक युवक ने जमीन पर छलांग लगाकर जान बचाई।
एक अन्य युवक को भी मासूम बेटी को गोद में लेकर छलांग लगानी पड़ी। कमला नगर पुलिस का मानना है कि आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी, लेकिन रहवासियों ने इसे पेट्रोल चोरों की करतूत बताया है
मैं पति, बेटे गौरव, बहू विमलेश और तीन साल के पोते के साथ इस ब्लॉक की चौथी मंजिल पर रहती हूं। शुक्रवार सुबह पांच बजे तेज धमाकों की आवाज सुनी। पहले लगा कि पड़ोस में हो रही शादी के दौरान पटाखे फोड़े जा रहे हैं। फिर दरवाजा खोला तो आग की लपटें और धुएं का गुबार नजर आया। पता चला कि पार्किंग में खड़े वाहनों में आग लग गई है। हमारे पास सीढ़ियों से होकर नीचे उतरने का विकल्प नहीं था। पूरा परिवार बालकनी में जाकर शोर मचाने लगा। इस बीच गौरव ने फायर ब्रिगेड को कॉल कर दिया। आग की लपटें 40 फीट ऊपर तक उठ रही थीं, जिससे छत पर रखी पानी की टंकियां पिघल गईं। आधे घंटे बाद फायर ब्रिगेड की टीम आई। उन्होंने 15 मिनट में आग पर काबू पा लिया। तब तक नौ वाहन और एक साइकिल जलकर खाक हो चुकी थी। इसमें हमारी एक बाइक और स्कूटर भी जल गई। – मनोरमा सारस्वत, रहवासी चौथी मंजिल
रहवासियों का दावा है कि ये आग पेट्रोल चोरों ने लगाई है। इससे पहले भी दो बार इसी ब्लॉक में पेट्रोल चोरी की घटनाएं हो चुकी हैं। रात में चैनल गेट बंद था। हादसा हुआ तो रहवासियों ने उसे खुला देखा। बिजली कंपनी ने शॉर्ट सर्किट की बात से इनकार किया है, क्योंकि मीटर तो जले ही नहीं, जो जले वह आग से जले।
पहली मंजिल पर अंबालिका विश्वकर्मा और साक्षी पटेल रहती हैं। बगल वाले फ्लैट में संदीप ठाकुर पत्नी और बेटी के साथ रहते हैं। संदीप ने बताया कि मैंने बेटी को गोद में लेकर पिछली बालकनी से छलांग लगाई। अंबालिका और साक्षी भी दस फीट ऊंचाई से कूद गईं, इससे अंबालिका के पैर में मोच आई है।लपटें इतनी तेज थीं कि प्लास्टर उखड़ने लगा था। हम तीसरी मंजिल पर रहते हैं। फ्लैट से निकलते तो जलकर मर जाते और कूदते तो भी मर जाते। आज तो हमने मौत को करीब से देखा है