Home राष्ट्रीय केजरीवाल बोले- दिल्ली में पुलिस से नहीं संभल रहे हालात, सेना तैनात...

केजरीवाल बोले- दिल्ली में पुलिस से नहीं संभल रहे हालात, सेना तैनात की जाए….

6
0
SHARE

दिल्ली पुलिस हाई कोर्ट में एक रिपोर्ट दाखिल करेगी. सूत्रों के मुताबिक रिपोर्ट में बताया जाएगा कि al-hind अस्पताल से जिस भी मरीज ने जाने की इच्छा प्रकट की उसे पूरी सुरक्षा दी गई. साथ ही पुलिस मुख्यालय में एक अहम बैठक चल रही है जो आज सुप्रीम कोर्ट के शाहीन बाग मामले में आए निर्णय को लेकर आगे की रणनीति तय करेगी.

उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट में आज सुबह सुनवाई हुई. याचिका में भड़काऊ भाषण देने वाले नेताओं के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करवाने की मांग की गयी थी.कोर्ट ने दिल्ली पुलिस से पूछा कि अब तक क्या कार्रवाई हुई ये बताएं? दिल्ली हाई कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा कि ऐसे मामलों में किसी आदेश की जरूरत नहीं होनी चाहिए पुलिस को खुद ही भड़काऊ भाषण देने वाले लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई करनी चाहिए। याचिका में अनुराग ठाकुर, कपिल मिश्रा और प्रवेश वर्मा पर हिंसा भड़काने का आरोप है. मामले की सुनवाई 12.30 बजे जारी रहेगी, कोर्ट ने पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी को सुनवाई के दौरान मौजूद रहने का आदेश  दिया.

थोड़ी ही देर में पीएम मोदी के आवास पर कैबिनेट की बैठक होनी है. बैठक के लिए गृह मंत्री अमित शाह पीएम आवास पहुंच गए हैं. सूत्रों के हवाले से खबर है कि बैठक में दिल्ली हिंसा पर चर्चा हो सकती है. साथ ही सूत्रों ने बताया कि NSA अजित डोभाल बैठक में हालात की जानकारी देंगे.

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल आज एक बार फिर हिंसा ग्रस्त उत्तर पूर्वी दिल्ली का दौरा करेंगे. एनएसए हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदाय के लोगों से बात करेंगे. एनएसए ने कल रात भी उत्तर पूर्वी दिल्ली का दौरा किया था. एनएसए ने मुस्लिम समाज के लोगों से मुलाकात की थी और सुरक्षा का भरोसा दिलाया था. एनएसए ने किसी भी परिस्थिति से सख्ती से निपटने के आदेश दिए हैं.

उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा से निपटने और हालात पर काबू पाने के लिए दिल्ली पुलिस ने कमर कस ली है. उत्तर पूर्वी दिल्ली के हिंसा ग्रस्त इलाकों में सुरक्षा बलों की 15 और कंपनियां भेजी गयीं हैं. पूरे इलाके में अब केंद्रीय सुरक्षा बल की कुल 60 कंपनियां तैनात हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति की सुरक्षा में लगी कंपनियों को हिंसा वाले इलाकों में भेजा गया. सुरक्षा बल प्रभावित इलाकों में दिल्ली पुलिस के बड़े अधिकारियों के साथ फ्लैग मार्च निकालेंगे, लगभग 15 कंपनियां राउंड द क्लॉक नार्थ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट में मौजूद रहेंगी

उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 15 हो गई है. वहीं मुस्तफाबाद इलाके में अभी भी पत्थरबाजी हो रही है, फ़ोर्स अंदर नही जाने दे रही है. मुस्तफाबाद से पहले बृजपुरी पड़ता है, वहां के हालात बेहद खराब है. मकानों में आग लगा दी गई है और दुकानों में तोड़फोड़ की गई है.

दिल्ली पुलिस के नए वरिष्ठ पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था एसएन श्रीवास्तव उत्तर पूर्व दिल्ली पहुंचे. पुलिस के आला अधिकारियों के साथ उत्तर-पूर्वी जिले में ही बैठक की. बैठक के दौरान स्पष्ट निर्देश दिए गए कि दंगाइयों से सख्ती से निपटा जाए. साथ ही दंगाई किसी भी जाति धर्म का हो उसमें किसी भी तरह का पक्षपात न किया जाए. गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से सिलसिलेवार तरीके से हालात की जानकारी ली. रात को हुए पूरे घटनाक्रम का ब्यौरा गृह मंत्री को दिया गया. हर घंटे की जानकारी हालात की गृह मंत्रालय को लगातार भेजी जा रही है. दिल्ली पुलिस मुख्यालय में आज की रणनीती को लेकर बैठक होगी.

दिल्ली की हिंसा में अपनी जान गंवाने वाले हेड कांस्टेबल रतन लाल का पार्थिव शरीर सड़क पर गाड़ी में रखकर प्रदर्शन कर रहे हैं लोग. राजस्थान के सीकर में उनके पैतृक गांव में लोग धरना दिए हुए हैं. रतन लाल के परिवार वाले औऱ उनके गांव सीकर के तिहावली के ग्रामीण, गांव के पास मुख्य सड़क पर कार में पार्थिव शरीर रखकर धरने पर बैठे. इनका कहना है कि सरकार जब तक रतन लाल को शहीद का दर्जा नहीं दे देती तबतक अंतिम संस्कार नहीं होगा. दिल्ली हिंसा में गोकुलपुरी इलाके में मारे गए हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल की मौत पत्थर लगने से नहीं बल्कि गोली लगने आए हुई थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ है खुलासा, गोली उनके बाएं कंधे से घुसकर दाहिने कंधे तक पहुंच गई थी. शहीद हेड कॉन्सटेबल रतनलाल एसीपी गोकुलपुरी दफ्तर में तैनात थे. हिंसक लोगों की भीड़ को तितर-बितर करने पहुंचे पुलिसकर्मियों पर लोगों ने ईंट-पत्थर बरसाए. इस हमले में हेड कॉन्स्टेबल रतनलाल पूरी तरह जख्मी हुए और उनकी मौत हो गई

उत्तर पूर्वी दिल्ली में चल रही हिंसा पर दिल्ली हाईकोर्ट ने आधी रात को सुनवाई की है. सुनवाई घायलों की स्थिति पर केंद्रित रही. हाई कोर्ट ने हिंसा ग्रस्त इलाकों में एंबुलेंस की सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए कहा है. साथ ही, मुस्तफाबाद इलाके के अल हिंद अस्पताल में पहुंचे घायलों को बड़े सरकारी अस्पतालों में पहुंचाने का निर्देश दिया है. राहुल रॉय नाम के शख्स की याचिका पर सुनवाई करने के लिए रात 12:30 बजे हाई कोर्ट के जस्टिस एस मुरलीधर अपने घर पर जस्टिस जी एस सिस्तानी के साथ बैठे. सुनवाई के दौरान दिल्ली पुलिस के ज्वाइंट कमिश्नर ऑफ पुलिस आलोक कुमार और डीसीपी क्राइम राजेश देव भी मौजूद रहे.

नार्थ ईस्ट दिल्ली में सीएए कानून को लेकर भड़की हिंसा थम नहीं रही है. दिल्ली के नार्थ ईस्ट इलाके में मंगलवार को भी उपद्रवियों ने जमकर तांडव मचाया. जगह-जगह आगजनी और पथराव की घटनाएं सामने आई. जिसके बाद पुलिस ने कड़ाई बरतते हुए चार इलाकों मौजपुर, जाफराबाद, चांद बाग और करावल नगर में कर्फ्यू लगा दिया है.  पुलिस की टीमों ने जगह-जगह अनाउंसमेंट भी की कि लोग अनावश्यक रुप से बाहर ना निकले. उपद्रवियों को गोली मारने के आदेश दिये गये है. मंगलवार रात 8.30 बजे के करीब जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे बैठे प्रदर्शनकारियों को दिल्ली पुलिस और पैरामिलिट्री के जवानों को हटा दिया गया.

हिंसा को लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल ने मंगलवार रत पुलिस के कमिश्नर अमूल्य पटनायक के साथ उन इलाकों का दौरा किया, जहां पर हिंसा भड़की थी. अजित डोवल सबसे पहले पुलिस कमिश्नर के साथ नॉर्थ ईस्ट जिले के डीसीपी ऑफिस पहुंचे. यहां पुलिस के अन्य आला अधिकारी, गृह मंत्रालय और आईबी के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे. इन अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद अजीत डोभाल ने जाफराबाद, मौजपुर, कबीर नगर, भजनपुरा, करावल नगर, गोकुलपुरी और चांद बाग आदि इलाकों का दौरा किया. जिसके बाद वे फिर एक बार वापस डीसीपी ऑफिस गए और फिर वहां से लौट गए.

हिंसा पर गृहमंत्री अमित शाह लगातार दिल्ली पुलिस से अपडेट लेते रहे. 24 जनवरी को रात 10 बजे से 12.30 बजे तक बैठक की. इस बैठक में दिल्ली पुलिस कमिश्ननर, गृह सचिव, आईबी के अधिकारी बैठक में मौजूद रहे. इसके बाद भी दिल्ली में हिंसा नहीं थमी. गृहमंत्री ने एक बार फिर दोपहर करीब 12 बजे बैठक की.

इस बैठक में बीजेपी, कांग्रेस के प्रतिनिधि भी बुलाए थे और दिल्ली के मुख्यमंत्री भी बैठक में शामिल हुए. मंगलवार को दोपहर में हुई बैठक के बाद भी गृह मंत्री अमित शाह ने तीसरी बैठक की. इस बैठक में. दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त एसएन श्रीवास्तव, गृह मंत्रालय के अधिकारी शामिल थे. सूत्रों ने ये भी दावा किया बैठक शाम 7 बजे शुरू हुई और 10 बजे तक च

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here