न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में दबाव विराट कोहली की भारतीय टीम पर है. वेलिंगटन के पहले टेस्ट में भारतीय टीम को 10 विकेट की करारी हार मिली और वह सीरीज में 0-1 से पीछे हो गई है. सीरीज का दूसरा मैच शनिवार से क्राइस्टचर्च में खेला जाएगा. सीरीज में बराबरी हासिल करने के लिए टीम इंडिया को हर हाल में इस मैच में जीत हासिल करनी होगी. न्यूजीलैंड के गेंदबाजों के मददगार विकेटों पर भारतीय बल्लेबाजों ने वेलिंगटन में जैसा प्रदर्शन किया, उनके टीम की प्रतिष्ठा को धक्का पहुंचाया है.
पहले टेस्ट के खराब प्रदर्शन के बाद भारतीय टीम आलोचकों के निशाने पर है. टेस्ट फॉर्मेट में भारतीय टीम के उप कप्तान अजिंक्य रहाणे का मानना है कि उनके बल्लेबाजों को दूसरे टेस्ट मैच में न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों का मजबूत इरादों के साथ सामना करना होगा. खासतौर पर उन्हें एक विशेष ‘एंगल’ (कोण) से की गई शॉर्ट पिच गेंदों को समझना होगा जो वेलिंगटन में पहले टेस्ट मैच में भारतीय बल्लेबाजों के लिए दु:स्वप्न बन गई थी.
भारत की टेस्ट टीम के उप कप्तान ने कहा, ‘एक बल्लेबाज के रूप में अगर आप किसी खास शॉट के बारे में सोचते तो आपको खुद पर भरोसा रखकर वह शॉट खेलना चाहिए. आप खुद पर संदेह नहीं कर सकते. वेलिंगटन में जो कुछ हुआ हमें उसे भूलने की जरूरत है.’ रहाणे के अनुसार भारतीय बल्लेबाज यहां दोनों अभ्यास सत्र में उस कोण से की गई गेंदबाजी का सामना करने की कोशिश करेंगे जिसका इस्तेमाल नील वैगनर और उनके साथी कर सकते हैं. उन्होंने कहा, ‘मैं यही कहता हूं कि कोशिश करो और एक टीम के रूप में हमने जो गलतियां की उनसे सबक लो. हमें उस कोण से की गई गेंदों का अभ्यास करना होगा. हमने अभ्यास सत्र में भाग लिया और कल एक और अभ्यास सत्र में हिस्सा लेंगे. आपको उसका अभ्यास करना होगा और क्रीज पर अपनी क्षमता पर भरोसा दिखाना होगा.’
पहले क्रम पर बैटिंग के लिए आने वाले चेतेश्वर पुजाराr की वेलिंगटन टेस्ट मैच की दूसरी पारी में 81 गेंदों पर 11 रन बनाने के लिए कड़ी आलोचना की गई थी. रहाणे ने इस बारे में कहा, ‘पुजारा अपनी तरफ से कोशिश कर रहा था वह असल में रन बनाने पर ध्यान दे रहा था लेकिन बोल्ट, साउदी और अन्य गेंदबाजों ने ज्यादा मौके नहीं दिए. यह सभी बल्लेबाजों के साथ होता है. मेरे कहने का मतलब है कि सभी बल्लेबाज इस दौर से गुजरते हैं.’