मध्य प्रदेश में सियासी घमासान लगातार जारी है. कांग्रेस से बगावत करने के बाद बुधवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया. सिंधिया के पाला बदलने से राज्य की कमलनाथ सरकार गहरे संकट में है. इस सियासी खींचतान के बीच राज्य सरकार ने बुधवार को पांच जिलों के कलेक्टर बदलने के आदेश जारी किए. बदले गए अधिकारियों में जितेंद्र सिंह राजे को नीमच, एस विश्वनाथन को गुना, कौशलेंद्र विक्रम सिंह को ग्वालियर, पंकज जैन को विदिशा और अनुराग वर्मा को हरदा का जिलाधिकारी बनाया गया है.
बदले गए पांच जिलों के अधिकारियों में तीन जिले जिनमें ग्वालियर, गुना और विदिशा शामिल है, इन जिलों पर ज्येातिरादित्य सिंधिया का प्रभाव माना जाता है. बताया जा रहा है कि इन क्षेत्रों में सिंधिया ने अपने पसंद के अधिकारियों की तैनाती करवाई थी.
सिंधिया के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाते ही उनके प्रभाव वाले क्षेत्रों के बदले गए कलेक्टरों को राजनीतिक चश्मे से देखा जा रहा है. स्थानीय भाजपा नेताओं ने कमलनाथ सरकार के इस कदम को बदले की भावना से लिया गया निर्णय बताया है.
आपको बता दें मध्य प्रदेश सरकार से नाराज चल रहे सिंधिया ने बीते दिनों कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया. सिंधिया के बाद उनके खेमे के 22 विधायकों ने भी दे दिया था. इसके बाद मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार की गिरने लगभग तय माना जा रहा है. सिंधिया गुना लोकसभा से चार बार सांसद रहे है. साल 2004 से 2014 तक यूपीए शासनकाल के दौरान वो केंद्र में मंत्री भी रहे