यात्रा और महंगाई भत्ता लेने में जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह सबसे आगे रहे हैं। 2018-19 और 2019-20 के दौरान 31 जनवरी तक महेंद्र सिंह ने 20.51 लाख के भत्ते क्लेम किए हैं। सूची में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर कम खर्चीले साबित होते हुए11वें नंबर पर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने दो साल में छह लाख के भत्ते लिए हैं। मुख्यमंत्री और जल शक्ति मंत्री दोनों ने मेडिकल रि-इंबर्समेंट नहीं ली है।दोनों ने टीए और डीए ही क्लेम किया है।
अधिक भत्ते लेने वाले मंत्रियों की सूची में शहरी विकास मंत्री सरवीण चौधरी और ग्रामीण विकास मंत्री वीरेंद्र कंवर तीसरे नंबर पर रहे हैं। कुछ समय तक प्रदेश के ऊर्जा मंत्री रहे अनिल शर्मा सबसे कम खर्चीले रहे हैं। इन्होंने 5.48 लाख क्लेम किए हैं। प्रश्नकाल के दौरान माकपा विधायक राकेश सिंघा के सवाल के लिखित जवाब में मुख्यमंत्री ने यह जानकारी दी। सबसे अधिक भत्ते लेने वालों की सूची के अनुसार विपिन परमार चौथे, बिक्रम सिंह पांचवें, किशन कपूर छठे, राजीव सैजल सातवें, गोविंद ठाकुर आठवें, रामलाल मारकंडा नौंवे, सुरेश भारद्वाज दसवें और अनिल शर्मा 12वें नंबर पर रहे।
शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने बीते दो साल के दौरान यात्रा भत्ता क्लेम नहीं किया। शिमला शहर से विधायक होने के चलते उन्होंने जहां यह भत्ता नहीं लिया, वहीं मेडिकल रि-इंबर्समेंट ने सबसे ज्यादा लिया है। उन्होंने 3.48 लाख के मेडिकल भत्ते लिए हैं। उधर, मंत्री रामलाल मारकंडा, बिक्रम सिंह और राजीव सैजल ने मेडिकल रि-इंबर्समेंट नहीं ली।
मंत्रियों के नाम टीए डीए एमआर कुल राशि (रुपये)
सीएम जयराम 1,12,137 4,95,900 — 6,08,037
महेंद्र सिंह 11,70,540 8,80,901 — 20,51,441
सुरेश भारद्वाज — 3,22,650 3,48,160 6,70,810
सरवीण चौधरी 4,80,720 8,35,200 76,138 13,92,058
रामलाल मारकंडा 42,873 7,06,050 — 7,48,930
विपिन परमार 4,10,045 6,34,050 87,171 11,31,266
वीरेंद्र कंवर 4,08,199 6,96,600 68,132 11,72,931
बिक्रम सिंह 2,29,489 8,10,400 — 10,39,889
गोविंद सिंह 59,196 6,76,350 54,695 7,90,241
राजीव सैजल 91,799 8,15,400 — 9,07,199
किशन कपूर 3,05,913 5,83,200 43,661 9,32,774
अनिल शर्मा 48,504 4,68,000 31,701 5,48,205