रायसेन जिले की देवरी तहसील में कोरोनावायरस से बचाव के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉ. केके सिलावट की इमरजेंसी सेवाओं में ड्यूटी लगी है। बुधवार दोपहर उनके पास घर से भाई का फोन आया कि मां का देहांत हो गया है। इसके बाद डॉक्टर असमंजस में पड़ गए। डॉक्टर ने अपने भाई और परिजन से चर्चा कर यह बात जानी कि घर तक मां का शव कब आएगा। परिजन ने 3 बजे तक शव आने की सूचना दी।
इसके बाद डॉक्टर ने निर्णय लिया कि पहले ड्यूटी पूरी करेंगे, इसके बाद वह घर जाएंगे। वह शाम करीब 4 बजे घर के लिए निकले। उन्होंने बताया कि उनके 4 भाई और हैं जो व्यवस्था में लगे हैं। लेकिन स्वास्थ्य केंद्र पर उनकी अकेले ही ड्यूटी है, ऐसे में कोई गंभीर मरीज आ जाए तो दिक्कत हो सकती है। इसलिए उन्होंने पहले ड्यूटी कर फर्ज निभाया।
आज अंतिम संस्कार होगा, कम लोगों के आने की अपील
डॉ. केके सिलावट की मां गिरिजाबाई सिलावट का बुधवार को भोपाल के निजी अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया। डॉ. सिलावट ने कोरोनावायरस को लेकर अंतिम यात्रा में कम से कम लोगों के शामिल होने की अपील की। गुरुवार को अंतिम संस्कार उदयपुरा में होगा।
डॉ. सिलावट ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सुबह 8 बजे से 4 बजे तक ओपीडी में 90-100 मरीज आ रहे हैं। ज्यादातर मरीज अस्पताल में सर्दी, खांसी, बुखार, पेट दर्द और अन्य रोग से पीड़ित होते हैं। लोग कोरोना जैसी गंभीर बीमारी के चलते डरे हुए हैं। यह सेवा 24 घंटे उपलब्ध है।