भाजपा ने कोरोना वायरस से निटपने के केंद्र सरकार के प्रयासों की सोनिया गांधी की आलोचना को ‘‘तुच्छ राजनीति” करार देते हुए खारिज कर दिया और कहा कि देश में लॉकडाउन को बिना तैयारियों के लागू करने का कांग्रेस अध्यक्षा का बयान ‘सरासर झूठ’ और ‘तथ्य से परे’ है. भाजपा नेताओं ने गुरुवार को विपक्षी दल पर जिम्मेदार भूमिका निभाने और इस महामारी से एकजुट होकर निपटने को कहा. भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह, सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, विधि मंत्री रविशंकर प्रसाद सहित केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी के कई नेताओं ने कांग्रेस पर हमला बोला.
इससे पहले, सोनिया गांधी ने सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि लॉकडाउन को बिना योजना बनाए हुए लागू किया गया. सोनिया गांधी ने कांग्रेस कार्य समिति को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये संबोधित करते हुए कहा कि लॉकडाउन जरूरी हो सकता है लेकिन इसके अनियोजित क्रियान्वयन से लाखों प्रवासी श्रमिकों को परेशानी और तकलीफ उठानी पड़ रही है. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस लॉकडाउन की वजह से बने हालात से निपटने के लिए सरकार को एक विस्तृत रणनीति बनाना चाहिए थी.
गृह मंत्री अमित शाह ने अपने ट्वीट में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में कोरोना वायरस पर जीत की लड़ाई में समग्र भारत के एकजुट प्रयासों की न केवल देश में बल्कि पूरी दुनिया में सराहना हो रही है. उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन और संयुक्त राष्ट्र संघ से लेकर विश्व की तमाम महाशक्तियां कोरोना को हराने और इसे ख़त्म करने के लिए भारत और प्रधानमंत्री मोदी की ओर आशा भरी नजरों से देख रही है. उन्होंने कहा कि 130 करोड़ भारतवासी कोविड-19 वायरस को हराने के लिए एकजुट और कटिबद्ध हैं लेकिन इस विषम परिस्थितियों में भी कांग्रेस तुच्छ राजनीति करने से बाज नहीं आ रही.
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, ‘‘ यह कांग्रेस की पुरानी आदत रही है कि जब भी राष्ट्रहित की बात आई है या देश की एकजुटता की बात आई है तो उसने हमेशा से एक अलग राह पकड़ी है और अपने निहित स्वार्थों की पूर्ति के लिए उसने सदैव ही जनता को गुमराह कर देश और समाज को बांटने की राजनीति करने का प्रयास किया है. विपक्षी पार्टी पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि इसकी जितनी भी निंदा की जाय, कम है. आखिर कांग्रेस कब अपनी स्वार्थपूर्ण राजनीति के ऊपर राष्ट्रहित को तरजीह देगी?