निजामुद्दीन मरकज मामले में कोरोना वायरस से संक्रमण की बड़े पैमाने पर मैपिंग की जा रही है. इसकी जानकारी दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने ‘आजतक’ को दी है. दिल्ली पुलिस सैकड़ों लोगों की मैपिंग कर जानने की कोशिश कर रही है कि संक्रमण का दायरा कहां तक पहुंचा है. मैपिंग का यह काम दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को सौंपा गया है.
सूत्रों के मुताबिक, मैपिंग के जरिये मरकज से आए लोगों की पहचान की जा रही है. इस काम में अलग-अलग राज्यों की एजेंसिया भी दिल्ली पुलिस का सहयोग कर रही हैं. बता दें, निजामुद्दीन स्थित तबलीगी मरकज से देश के कई हिस्सों में लोग गए हैं जिससे कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा बढ़ गया है. मरकज से लौटे कुछ लोगों की इस बीमारी से मौत भी हुई है
मरकज के कारण कोरोना का संक्रमण कहां तक फैला है और लोग कहां-कहां पहुंचे हैं, इसके लिए पुलिस मार्च के महीने में मरकज और उसके आसपास के लोगों के मोबाइल का डंप डेटा ले रही है. कुछ आंकड़े जुटाए भी गए हैं. इससे यह पता चल सकेगा कि मरकज में आए लोग कहां से थे और लौटने के बाद कहां गए हैं. अगर इसकी सटीक जानकारी मिल जाए तो संक्रमण का खतरा रोकने में बड़ी मदद मिलेगी.
दिल्ली पुलिस मोबाइल के डंप डेटा की बारीकी से स्टडी कर रही है. जिनकी मोबाइल लोकेशन कई दिन तक मरकज के आसपास आ रही रही है, ऐसे लोगों की पहचान की जा रही है. पहचान के बाद उनसे पूछताछ कर उन्हें वेरीफाई भी किया जा रहा है. अगर वे मरकज के अंदर गए हैं या रहे हैं तो उन्हें आइसोलेट किया जा रहा है. ये कवायद कोरोनो के संक्रमण को रोकने लिए है. संक्रमण का खतरा ज्यादा लोगों में न फैले, इसके लिए पुलिस बड़े स्तर पर छानबीन कर रही है.