उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के केरन सेक्टर में पिछले पांच दिनों से चल रहे ऑपरेशन में रविवार को पांच आतंकियों को मार गिराने में सेना को सफलता मिली। इस बीच मुठभेड़ में एक जेसीओ समेत पांच जवान शहीद हो गए। दो जवान भी घायल हुए हैं। इनका सैन्य अस्पताल में इलाज चल रहा है। शहीदों में हिमाचल, उत्तराखंड के दो-दो और एक जवान राजस्थान का है।
केरन सेक्टर में एलओसी पर तैनात जवानों को 5-6 आतंकियों के ग्रुप के घुसपैठ कर दाखिल होने का इनपुट पिछले बुधवार को मिला था। इस सूचना के आधार पर सेना ने आवूरा, कुमकाडी, जुरहामा सफावाली, बटपोरा, हायहामा आदि इलाकों की घेराबंदी कर ली। चौथे दिन शनिवार की शाम को आतंकियों की मूवमेंट देखने के बाद जामगुंड इलाके के रंगदूरी, गुगुलदारा तथा तीन बहक में इलाइट पैरा ट्रूपर को भेजा गया।
घेरा सख्त होते देख जंगल में छिपे आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई से मुठभेड़ शुरू हो गई। पूरी रात फायरिंग होती रही। सेना की जवाबी कार्रवाई में पांच आतंकी मारे गए। इस दौरान पांच जवान भी घायल हो गए। सभी को यहां से निकाल कर सेना के अस्पताल में पहुंचाया गया। सैन्य अस्पताल में इलाज के दौरान जेसीओ समेत पांच जवानों ने दम तोड़ दिया। कुछ और घायल जवान उपचाराधीन हैं।
उधर, सुरक्षा बलों का ऑपरेशन जारी है। छिपे आतंकियों की तलाश के लिए पैरा कमांडो को भी लगाया गया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई बचा न रह जाए। पूरे ऑपरेशन में 4 पैरा, 41 राष्ट्रीय राइफल्स, 57 राष्ट्रीय राइफल्स, 8 जाट रेजीमेंट तथा एसओजी कुपवाड़ा लगा हुआ है। आसपास के जंगलों में भी तलाशी अभियान चलाया गया है।
सैन्य प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने बताया कि खराब मौसम तथा दुर्गम इलाके के बाद भी जवानों ने पांच आतंकियों को मार गिराया। घायल जवानों को जल्दी निकाल कर अस्पताल पहुंचाने में खराब मौसम बाधा बन गया।
शहीद जवानों में सूबेदार संजीव कुमार (हिमाचल प्रदेश), हवलदार देवेंद्र सिंह (उत्तराखंड), बाल कृष्ण (हिमाचल प्रदेश), अमित कुमार (उत्तराखंड) तथा छतरपाल सिंह (राजस्थान) शामिल हैं।
घाटी में पिछले 24 घंटे में नौ आतंकियों का सेना ने काम तमाम किया है। शनिवार को कुलगाम जिले में हिजबुल के चार आतंकियों को मुठभेड़ में मार गिराया गया था। रविवार को केरन सेक्टर में पांच घुसपैठिए मार गिराए गए। पिछले कुछ दिनों से सेना ने आतंकियों के खिलाफ अभियान तेज कर दिया है।