देश में कोरोनावायरस तेजी से पैर पसार रहा है. भारत में कोविड-19 (COVID-19) से अबतक 206 लोगों की मौत हो चुकी है और 6761 लोग इससे संक्रमित हैं. हर दिन कोरोना के आंकड़ों में इजाफा होता जा रहा है. इस बीच स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) की तरफ से जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटे में देश में कोरोना के कुल 896 मामले सामने आए हैं, जो अब तक सबसे ज्यादा हैं. वहीं 206 लोगों की मौत हो गई है. बता दें कि देश में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए 21 दिनों का लॉकडाउन जारी है और यह 14 अप्रैल तक रहेगा.
कोरोनावायरस और उससे उपजी बीमारी COVID-19 के चलते देशभर में लागू लॉकडाउन मंगलवार (14 अप्रैल) को खत्म होगा या नहीं, इस बारे में अपने फैसले का ऐलान करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर राष्ट्र को संबोधित कर सकते हैं. इस फैसले से पहले वह शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के ज़रिये सभी मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करेंगे.सूत्रों ने बताया है कि लॉकडाउन बढ़ाया जा सकता है लेकिन इस बार इसे लेकर कई बदलाव भी लागू किए जाएंगे. जरूरी सेवाओं को छोड़कर इंटरस्टेट मूवमेंट प्रतिबंधित रहेगा. स्कूल, कॉलेज और धार्मिक संस्थानों को भी बंद रखा जाएगा.
बिहार में कोरोना के पॉज़िटिव मरीज़ों की संख्या 60 तक पहुंच गई है. चौंकाने वाली बात यह है कि इसमें 25 मरीज़ सीवान ज़िले के एक ही गांव के हैं और इनमें से 23 एक ही परिवार के सदस्य हैं. गुरुवार को एक ही दिन में 17 पॉज़िटिव रिपोर्ट आते ही बिहार के तीन ज़िलों सीवान बेगूसराय और नवादा की सीमाएं सील कर दी गई हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विदेश से लौटे लोग लोगों से अपील की है कि वो अपनी ट्रैवल हिस्ट्री छिपाए नहीं और जांच के लिए सामने आएं.
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने चेतावनी देते हुए कहा है कि कोरोनावायरस महामारी का फायदा उठाते हुए आतंकी जैविक हमलों को अंजाम दे सकते हैं. बीते गुरुवार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए गुटेरेस ने कहा, ‘कोरोना वायरस की महामारी से लड़ने में कमजोरी और तैयारी न होने के चलते आतंकवादियों को एक मौका मिल गया है और जैविक हमले होने का खतरा और बढ़ गया है. आतंकवादी संगठन इस मौके का फायदा उठा सकते हैं क्योंकि इस समय दुनिया के सभी देशों का ध्यान इस महामारी से लड़ने में है.’