देश में कोरोनावायरस का कहर बढ़ता जा रहा है. भारत में कोविड से अब तक 273 लोगों की मौत हो चुकी है और कोरोना संक्रमण के 8447 मामले सामने आए हैं. हाल ही में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने गु कहा था कि कोरोनावायरस की महामारी का असर देश के भविष्य पर काली छाया की तरह मंडराता रहेगा और लॉकडाउन का असर सीधे तौर पर देश की आर्थिक गतिविधियों पर पड़ेगा. अनुमान के अनुसार, कोविड-19 की महामारी के कारण वैश्विक उत्पादन, सप्लाई, व्यापार और पर्यटन पर विपरीत असर पड़ेगा .
इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को कहा कि आर्थिक मंदी ने कई भारतीय कॉरपोरेट को कमजोर कर दिया है. उन्होंने सरकार से राष्ट्रीय संकट की इस घड़ी में किसी विदेशी कंपनी द्वारा देश के किसी कॉरपोरेट का नियंत्रण अपने हाथ में नहीं ले पाने को सुनिश्चित करने का अनुरोध किया. उन्होंने यह चिंता मीडिया में आई उन खबरों पर प्रकट की है, जिनमें कहा गया था कि विदेशी संस्थानों ने स्टॉक बाजार के गिरने के मद्देनजर भारतीय कंपनियों में हिस्सेदारी खरीदी है.
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘भीषण आर्थिक मंदी ने कई भारतीय कॉरपोरेट को कमजोर कर दिया है, उन्हें अधिग्रहण के लिए आसान निशाना बना दिया है. सरकार को राष्ट्रीय संकट की इस घड़ी में विदेशी कंपनियों को किसी भारतीय कंपनी का नियंत्रण अपने हाथों में लेने की इजाजत नहीं देनी चाहिए.’
मीडिया में ये खबरें भी आई हैं कि चीन के सेंट्रल बैंक ने भारत में आवास ऋण देने वाली सबसे बड़ी कंपनी हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन की 1.01 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी है.