मध्यप्रदेश में कोरोना महामारी के मरीज बढ़ते जा रहे हैं। यह संख्या 657 पर पहुंच गई है। वहीं, राज्य में मरने वालों का आंकड़ा 50 तक पहुंच गया है। इनमें सबसे ज्यादा 35 मौतें इंदौर से हैं। इनके अलावा, भोपाल में चार, उज्जैन में 6, खरगोन में 3, छिंदवाड़ा और देवास में एक-एक मरीज की जान गई। मध्यप्रदेश देश में ऐसा दूसरा राज्य बन गया है। जहां मौत का आंकड़ा 50 के पार चला गया है। महाराष्ट्र में 160 लोगों की जान जा चुकी है। इसमें भी सिर्फ मुंबई में ही 100 लोगों की जान गई।
उधर, लॉकडाउन के पार्ट- एक का आज आखिरी दिन था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश को कोरोना महामारी पर देश के चौथे संदेश में कहा कि देश में 3 मई तक लॉकडाउन बढ़ाया जाता है। वहीं, 20 अप्रैल तक हर कस्बे को बारीकी से परखा जाएगा और फिर आगे की रियायत देने पर विचार किया जाएगा। देशभर में पहले लॉकडाउन 22 मार्च से 14 अप्रैल तक लगाया गया था। कोरोना संक्रमण प्रदेश के 24 जिलों तक पहुंच गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी इस बारे में आगाह कर चुके हैं। सीएम का कहना था कि हम संक्रमण रोकने की कोशिश कर रहे हैं। आने वाला समय कैसा होगा, इसके बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता।
दिल्ली भेजे गए सैंपल की रिपोर्ट आना बाकी, संक्रमित बढ़ेंगे
दिल्ली भेजे गए 1700 सैंपल की जांच रिपोर्ट रविवार को नहीं आई। आशंका है कि रिपोर्ट आने के बाद संक्रमितों की संख्या में एकाएक इजाफा होगा। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने संभावना जताई है कि 500 से अधिक सैंपल की रिपोर्ट पॉजिटिव आ सकती है। राहत की बात यह है कि ये सब उन लोगों के सैंपल हैं, जो पहले से ही क्वारैंटाइन हाउस या अस्पताल में भर्ती हैं। ऐसे में इन लोगों से संक्रमण फैलने की आशंका नहीं है।
भोपाल के परी बाजार रोड एटीएम के सामने लोगों की भीड़। पुलिस का कहना है कि अभी लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं। शहर में अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है।
इंदौर: संक्रमित नर्स ओटी में ड्यूटी करती रही, गर्भवती के सीजर में भी शामिल
एमवायएच के स्त्री रोग विभाग में पदस्थ दो नर्सों में कोरोना की पुष्टि होने के बाद बवाल मच गया। वजह यह है कि इनमें से एक नर्स ने बाकायदा सुबह अस्पताल में ड्यूटी भी की। एक गर्भवती के सीजर के दौरान भी नर्स ऑपरेशन थिएटर में मौजूद थी। पिछले हफ्ते ही उनका सैंपल जांच के लिए भेजा था। दोनों नर्सों को एमआर टीबी अस्पताल में भर्ती किया गया है। नियमानुसार सैंपल देने के बाद स्टाफ को क्वारैंटाइन रहना चाहिए था। फिर इंचार्ज ने ड्यूटी क्यों लगाई। पूरे मामले में डीन डॉ. ज्योति बिंदल का कहना है कि नर्सिंग स्टाफ की ड्यूटी लगाने का जिम्मा अधीक्षक कार्यालय का होता है। मैट्रन और अधीक्षक से इस बारे जानकारी ली जाएगी कि नर्स को जॉइन क्यों करवाया गया।
9 दिन से बीमार आईडीए के जनसंपर्क अधिकारी की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई। उनके संपर्क में आए सीईओ समेत 9 अधिकारी होम क्वारैंटाइन हो गए हैं। सोमवार को ही डीआईजी ऑफिस के रीडर शाखा में पदस्थ हेड कांस्टेबल की भी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
उज्जैन: पति-पत्नी समेत 7 नए पॉजिटिव
उज्जैन में सोमवार क पति-पत्नी समेत 7 नए मरीज कोरोना के केस मिले। जिले में अब तक 25 पॉजिटिव मरीज मिले हैं। इनमें से छह की मौत हो चुकी है और चार ठीक होकर घर पहुंच गए।
बेगमबाग क्षेत्र के शब्बीर हुसैन (75 साल) को खांसी और बुखार के चलते 10 अप्रैल को माधव नगर अस्पताल में भर्ती किया था। रविवार रात 12.30 बजे उनकी मौत हो गई। सोमवार को संक्रमण की पुष्टि हुई।
वहीं, केडी गेट के 70 साल के एक व्यक्ति और 60 साल की पत्नी पॉजिटिव मिली। कमरी मार्ग निवासी 56 साल के एक व्यक्ति और 60 साल की महिला भी संक्रमित पाई गई। तोपखाना क्षेत्र के अमरपुरा की 60 साल की महिला और नागौरी मोहल्ले के 32 साल के युवक में भी संक्रमण की पुष्टि हुई है। परिवार के लोगों का कहना है कि ये मरीज कहीं बाहर नहीं गए थे।
उधर, दिल्ली की तब्लीगी जमात में उज्जैन से शामिल हुए सात लोगों के खुलासे के बाद सोमवार शाम को दो और नए जमाती सामने आए। ये तीन दिन तक दिल्ली जमात में ही रुके थे और इस दौराना मौलाना साद से भी मिले। आने के बाद एक महीने से छिपे हुए थे। सूचना पर पुलिस फाजलपुरा मार्ग की गली नं. 2 निवासी अशफाक अहमद (59 साल) के घर पहुंची। उसने पूछताछ में बताया 8 मार्च को कार्तिक चौक निवासी साथी शेख उबेद (42 साल) के साथ ट्रेन से दिल्ली गया था। तीन दिन तक जमात में रहने के बाद 10 मार्च को वहां से रवाना होकर 11 मार्च की सुबह उज्जैन पहुंचे।