PM मोदीदेश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सात बातों पर ध्यान रखें. बुजुर्गों का ध्यान रखें, लॉकडाउन का पालन करें, घर से बने मास्क का प्रयोग करें, इम्युनिटी बढ़ाने के निर्देशों का पालन करें, आरोग्य सेतु डाउनलोड करें, गरीबों की देखरेख करें, नौकरी से न निकालें, कोरोना योद्धाओं का आदर करें.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अगले एक सप्ताह में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में कठोरता और ज्यादा बढ़ाई जाएगी. 20 अप्रैल तक हर थाने, हर जिले, हर राज्य को बारीकी से परखा जाएगा. लॉकडाउन का कितना पालन हो रहा है? इसका मूल्यांकन किया जाएगा. जो सफल होंगे, जो हॉटस्पॉट नहीं बढ़ने देंगे, वहां पर 20 अप्रैल से कुछ जरूरी चीजों में छूट की अनुमति दी जा सकती है, लेकिन याद रखिए यह अनुमति सशर्त होगी. लॉकडाउन के नियम अगर टूटते हैं तो सारी अनुमति तुरंत वापस ले ली जाएगी.
नरेंद्र मोदी ने कहा कि अगर सिर्फ आर्थिक दृष्टि से देखें तो अभी ये महंगा जरूर लगता है, लेकिन भारतवासियों की जिंदगी के आगे इसकी कोई तुलना नहीं हो सकती. सीमित संसाधनों के बीच, भारत जिस मार्ग पर चला है, उस मार्ग की चर्चा आज दुनियाभर में हो रही है. इन सब प्रयासों के बीच, कोरोना जिस तरह फैल रहा है, उसने विश्वभर के हेल्थ एक्सपर्ट्स और सरकारों को और ज्यादा सतर्क कर दिया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सभी की तरफ से सुझाव आए हैं कि लॉकडाउन को बढ़ाया जाए. सभी के सुझावों को ध्यान में रखते हुए ये फैसला लिया गया है कि लॉकडाउन को तीन मई तक के लिए बढ़ाया जाए. सभी लोग अनुशासन के साथ घर में रहें.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित करना शुरू कर दिया है. उन्होंने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी के खिलाफ भारत की लड़ाई बहुत मजबूती के साथ आगे बढ़ रही है. आप सभी देशवासियों की तपस्या, आपके त्याग की वजह से भारत अब तक, कोरोना से होने वाले नुकसान को काफी हद तक टालने में सफल रहा है.
24 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में लॉकडाउन का ऐलान किया था, तब देश में कोरोना ने पांव पसारना बस शुरू ही किया था. 24 मार्च को देश में कोरोना के कुल केस सिर्फ 519 थे, जिनमें से पांच की मौत हो गई थी, जबकि केरल के तीन लोग ठीक हो गए थे. 20 दिन बाद 13 अप्रैल को देश भर में कोरोना के 9352 पॉजिटिव केस हो गए हैं, इनमें से 324 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 980 लोग ठीक होकर घर जा चुके हैं.
बीते दिनों एक बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे समेत करीब 10 मुख्यमंत्रियों ने लॉक डाउन बढ़ाने का सुझाव दिया था. इतना ही नहीं छह राज्य ऐसे हैं, जहां लॉक डाउन की मियाद बढ़ा दी गई हैं. इनमें सबसे पहले ओडिशा ने 30 अप्रैल तक के लिए बढ़ाया, फिर पंजाब दूसरे नंबर पर आता है जिसने 1 मई, महाराष्ट्र ने 30 अप्रैल, तेलंगाना ने 30 अप्रैल, राजस्थान ने 30 अप्रैल, कर्नाटक ने दो हफ्ते, पश्चिम बंगाल ने तीस अप्रैल और तमिलनाडु ने 30 अप्रैल तक बढ़ाने की बात की है.
मंगलवार सुबह जब प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्र के नाम संदेश देंगे, तभी ये पता चलेगा कि कोरोना के खिलाफ सबसे निर्णायक युद्ध में उनकी आगे की रणनीति क्या है. वैसे मुख्यमंत्रियों संग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हुई बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने जो कहा, उससे लॉक डाउन बढ़ने के ही आसार दिखते हैं.
देश में कोरोना वायरस के मामले बढ़ते जा रहे हैं. अब तक 9352 केस सामने आ चुके हैं, जिसमें 324 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं . कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच लॉक डाउन पूरी तरह हटने के आसार दिख नहीं रहे, लेकिन कल के बाद क्या-क्या होगा? इसका ऐलान करके के लिए मंगलवार सुबह दस बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश से रूबरू होंगे.