राजधानी में कोरोना वायरस के पीड़ित मरीजों के संपर्क में आए लोगों को अब शिक्षक तलाशेंगे। इसके लिए भोपाल जिले के करीब 120 से अधिक सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को कोरोना की रोकथाम के लिए ड्यूटी में तैनात किया गया है। हर रोज शिक्षक कोरोना संक्रमित लोगों से जानकारी इकट्ठा कर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में देंगे। इसके लिए सभी शिक्षकों को एक फॉर्मेट दिया गया है।
इस फॉर्मेट में वार्ड वाइज कोरोना पीड़ित मरीजों के नाम और नंबर दिए गए हैं। अब शिक्षकों को उनसे कोरोना संक्रमितों की जानकारी लेकर देनी है। इसमें ब्लॉक परियोजना समन्वयक, जन शिक्षक और शिक्षकों को जिम्मेदारी दी गई है। इसके लिए जिला शिक्षा अधिकारी ने सभी शिक्षकों को व्हाट्सएप ग्रुप कोविड-19 एजुकेशन से जोड़ा है। इस ग्रुप के माध्यम से कोरोना संक्रमित लोगों की सूची, मोबाइल नंबर, पता, वार्ड नंबर दिया जा रहा है। उनके मोबाइल नंबर से जानकारी लेकर अधिकारियों को देना है। इसमें शिक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे फोन पर ही संपर्क कर जानकारी जुटाकर देंगे।
शिक्षकों को एक-एक वार्ड के कोरोना पीड़ित से उनके संपर्क में आने वाले लोगों की जानकारी, मोबाइल नंबर और पता भी लेंगे। फिर उनके संपर्क में आने वाले लोगों की जानकारी लेकर फॉर्मेट में भरकर डीईओ के पास भेजेंगे। इसका मकसद कोरोना पीड़ितों के संपर्क में आए लोगों के बारे में पूरी जानकारी लेनी है।
ग्रामीण क्षेत्र बैरसिया में शिक्षकों को घर-घर जाकर राशन सामग्री वितरित करने में लगाया गया है। साथ ही उन्हें भी कोरोना संक्रमित लोगों की जानकारी देनी है।की रोकथाम में शिक्षकों की मदद भी ली जा रही है। उन्हें कोरोना मरीजों के संक्रमण में आए लोगों की जानकारी लेकर देनी है, जिसे जिला प्रशासन को भेजा जाएगा।