जिले में कोरोना जांच के लिए कुल 105 लोगों के सैंपल लिए गए। कोरोना की रोकथाम को लेकर किए गए लॉक डाउन के बीच एक साथ इतने सैंपल पहली बार लिए गए। छात्रावासों में क्वारेंटाइन उन 82 लोगों के सैंपल लिए गए जो कि कोरोना पॉजीटिव मरीजों के साथ या तो क्वारेंटाइन में थे या पहले कोरोना पॉजीटिव मरीज रसीद खान के संपर्क में आए थे। इनमें सुबकरा, पांडोला, बागल्दा, मेवाड़ा सहित अन्य जगहों के लोग शामिल हैं। इ
अलावा ढेंगदा छात्रावास में क्वारेंटाइन किए गए बांग्लादेश, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश के 22 जमातियों में से 17 के सैंपल लिए गए। पांच के सैंपल पहले लिए जा चुके थे जो निगेटिव आए थे। इसके अलावा जिला अस्पताल में कोल्ड ओपीडी में अलग-अलग जगह से 6 लोग पहुंचे, जिन्हें सर्दी-खांसी के साथ-साथ बुखार की शिकायत थी। इन्हें कोरोना संदिग्ध मानते हुए स्वास्थ्य विभाग ने आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया और इनके सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिए। जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती मरीजों की संख्या अब 15 हो गई है।
कोरोना पॉजीटिव पाए इलियास खान से भी प्रशासन ने उसकी संपर्क हिस्ट्री की जानकारी ली है। जिसमें मेवाड़ा सहित अन्य गांवों व हसनपुरा हवेली क्षेत्र में उसके संपर्क में आए 20 लोगों को छात्रावासों में क्वारेंटाइन किया गया है। इसके अलावा हसनपुरा हवेली में प्रशासन अलर्ट पर आ गया है। यहां लोगों की अब बारीकी से जांच की जाएगी, जिसमें किसी भी तरह के बीमार को उक्त क्षेत्र में नहीं रखा जाएगा और उसे अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा। इसके लिए एएनएम अलग से सर्वे कर रही है।
जिले में 31 मार्च तक सैंपलों की संख्या महज 25 थी, जिनमें एक भी पॉजीटिव मरीज नहीं पाया गया था। इसके अलावा 6 अप्रैल तक भी संख्या महज 31 तक पहुंच पाई थी।
ब 7 मार्च को पहला कोरोना पॉजीटिव मरीज रसीद खान सामने आया तो सैंपलों की संख्या में तीन गुना तेजी आ गई। इसके बाद दो और पॉजीटिव पाए गए। अब सैंपलों की संख्या 205 पर पहुंच गई है। इनमें 87 निगेटिव पाए गए और 3 पॉजीटिव। इसके साथ ही 3 सैंपल अब तक रिजेक्ट हुए, वहीं बाकी की रिपोर्ट अभी आना शेष है।
सवाल बरकरार… कहां
प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को अब तक यह जवाब नहीं मिल पाया है कि जिले के पहले कोरोना पॉजीटिव मरीज रसीद खान को आखिर कोरोना वायरस लगा कहां से। इसकी पड़ताल के लिए सभी परिजन व रसीद तक से पूछताछ की गई।
अब तक रसीद व परिजन ने कहीं बाहर आने-जाने की बातों से इनकार किया है। सिर्फ रसीद का साला बागल्दा निवासी केसर रजा और बेटा सूफियान ही ऐसे है जो इंदौर के महू से लौटे थे, पर बेटे का सैंपल रिपोर्ट निगेटिव आई है। केसर रजा का सैंपल अब लिया गया है। ऐसे में प्रशासन ने उन सभी लोगों की सैंपलिंग भी शुरू कर दी है जो कि रसीद से पूर्व में मिल चुके हैं और वर्तमान में स्कूल व छात्रावासों में क्वारेंटाइन है, ताकि इसका जवाब मिल सके।
दूसरे राज्यों से आए 166 की हुई जांच, एक भी संदिग्ध नहीं
जिले में दूसरे राज्यों से आए लोगों की सूचना के आधार पर लगातार उनकी स्वास्थ्य जांच के लिए टीमें भेजी जा रही है। मंगलवार को अलग-अलग गांवों में पहुंचकर स्वास्थ्य टीमों ने 166 लोगों की जांच की, इनमें एक भी कोरोना संदिग्ध नहीं मिला। इन्हें होम क्वारेंटाइन कर दिया गया है।
अब तक जिले में 11 हजार 993 लोगों की जांच की जा चुकी है, जो बाहरी राज्यों से लौटकर आए हैं। इनमें से 4013 का क्वारेंटाइन समय पूरा हो गया है। वहीं विदेशों से आए 34 लोगों को जांच के बाद क्वारेंटाइन किया जा चुका है। जिले में दो लोग अभी भी ऐसे है जो कि विदेशों से लौटे नहीं है।
शहर में नगर पालिका में कर्मचारियों को सेनिटाइज करने के लिए सेनिटाइजर मशीन लगाई गई है। जिसे नपा के गेट पर रखा गया है। जिससे की नपा में प्रवेश करने के साथ ही लोग सेनिटाइज हो सके और वह जाते समय भी सेनिटाइज होकर जाए। इसके अलावा एक मशीन जिला पंचायत में रखी गई, जहां भी कर्मचारियों को सेनिटाइज करने का काम किया जा रहा है। आमजन के लिए भी प्रशासन की ओर से एक मशीन जल्द ही उचित स्थान पर रखवाई जाएगी।