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मुश्किल की घड़ी में अपराजिता बनीं देवभूमि की महिलाएं हजारों पीपीई किट और मास्क बनाए…

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कोरोना महामारी की इस संकट की घड़ी में हिमाचल की महिलाएं अपराजिता बनकर सामने आई हैं। कुल्लू में सिलाई अध्यापिका रीना देवी ने क्षेत्रीय अस्पताल के लिए 1000 पीपीई किटें तैयार की हैं। इसके अलावा जिले में विभिन्न संस्थाओं से जुड़ीं महिलाओं ने 50 हजार मास्क तैयार किए हैं। उधर, जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति की चंद्राघाटी की महिलाओं में सिस्सू पंचायत की रोपसंग, जुंगलिंग, शाशिन, सिस्सू, तोदचे, गोम्पाथांग और जगदंग के महिला मंडल ने 670 मास्क तैयार कर कोरोना कर्मवीरों को दिए।

विकास खंड धर्मशाला की ग्राम पंचायत पासु में चिन्यम आजाद महिला मंडल लॉकडाउन के बीच मास्क तैयार करने में जुटा हुआ है। अब तक महिला मंडल 300 के करीब मास्क तैयार कर चुका है, जिसे जरूरतमंद लोगों को नि:शुल्क वितरित किया जाएगा। हमीरपुर के विकास खंड बिझड़ी में महिलाओं ने लगभग 5,755 मास्क तैयार कर पुलिस, स्वास्थ्य कर्मियों और प्रवासी मजदूरों को बांटकर मानवता की मिसाल पेश की है।

गरीबों की मदद के लिए दिए 11 हजार
कांगड़ा के जवाली हलके की डोल पंचायत के महिला मंडल भटेहड़ ने बुधवार को करोना वायरस से बचाव के लिए करोना सहायता निधि के रूप में डीसी कांगड़ा के खाते में 11000 रुपये ऑनलाइन भेजे हैं।

विकास खंड रैत के महिला मंडलों ने कोरोना कर्फ्यू से प्रभावित लोगों के लिए राशन जुटाया है। सभी महिला मंडलों ने 767 किलोग्राम चावल, 341 किलोग्राम आटा, 97 किलोग्राम दालें, पांच लीटर तेल, 38 किलोग्राम आलू, 18 किलोग्राम प्याज एसडीएम कार्यालय शाहपुर को भेजा।

कोरोना के खिलाफ जंग में देवभूमि हिमाचल की महिलाएं भी आगे आई हैं। कोरोना के खात्मे के लिए फ्रंट लाइन में कार्य करने वालों के लिए पीपीई किट बनाने को कड़ी मेहनत कर रही हैं। सराहां के शीहाट की महिलाओं ने घर में लगभग 500 पीपीई किट तैयार की हैं। लगभग 1500 मास्क भी इन्होंने तैयार किए हैं। बाग पशोग में प्रदेश का पहला शीहाट बनने जा रहा है।

इसके लिए विभिन्न क्षेत्रों की महिलाएं जोड़ी गई हैं। उपायुक्त सिरमौर डॉ. आरके परूथी के दिशा-निर्देश से शीहाट बनेगा। इससे जुड़ी इन महिलाओं ने 334 पीपीई किट शिमला, राजगढ़, पावंटा और नाहन भेजी हैं। 200 पीपी किट तैयार की जा रही हैं। महिलाएं सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए अपने-अपने घरों में पीपीई किट तैयार कर रही हैं। पंचायत प्रधान ने कहा कि पंचायत के माध्यम से महिलाओं को घर-द्वार पीपीई किट बनाने के लिए कपड़ा दिया गया है।

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