Home Bhopal Special भोपाल में कोरोना वायरस के तीन सुपर स्प्रेडर ग्रुप…

भोपाल में कोरोना वायरस के तीन सुपर स्प्रेडर ग्रुप…

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राजधानी में कोरोना के संक्रमण की शुरुआत कहां से हुई? इसकी गुत्थी स्वास्थ्य विभाग और पुलिस महकमे के बीच अटक गई है। प्रशासन की एक्सपर्ट टीम की अब तक की पड़ताल के मुताबिक सर्वाधिक 55% पॉजिटिव इन्हीं दो विभागों से हैं। दोनों के संक्रमित वर्कर का आपस में कुल 7 बार मल्टीपल संपर्क हुआ है, ऐसे में पहला संक्रमण कहां से आया, इसका जवाब नहीं मिल सका है। विभाग ने संक्रमण फैलाने वाले चार सुपर स्प्रेडर ग्रुप तय किए हैं।

इनमें तीन पुलिस, स्वास्थ्य विभाग और जमाती हैं। चौथा ग्रुप देश-विदेश से आने वालों का है, लेकिन इसकी चेन लगभग अनलॉक हो चुकी है। बाकी तीन ग्रुप में किससे-किसको संक्रमण फैला, यह रहस्य बना है।पुलिस: पहले 22 संक्रमित हुए, इनसे 221 में संक्रमण फैला (कुल पॉजिटिव – 35)

पुलिस के 22 फर्स्ट पॉजिटिव मिले थे। इनके फर्स्ट कॉन्टैक्ट में 221 लोग आए। इनसे उनके परिजन, सहकर्मी समेत 24 संक्रमित हुए। शुरुआती 22 पॉजिटिव में से पेेंशेंट नंबर 2, 15, 19, 21 का संपर्क हेल्थ डिपार्टमेंट में 4 बार हुआ, जिसमें से दो बार 11 और 25 लोगों के ग्रुप में हुआ था।जमाती: 23 डायरेक्ट पॉजिटिव, फर्स्ट काॅन्टैक्ट का रिकाॅर्ड नहीं (कुल पॉजिटिव – 35)

मरकज कांड के बाद ट्रेस किए गए 23 जमाती पॉजिटिव निकले। इनके संपर्क से 12 और लोगों में संक्रमण की जानकारी अब तक सामने आई है। लेकिन इनकी फर्स्ट काॅन्टैक्ट हिस्ट्री और मूवमेंट एरिया की सटीक जानकारी नहीं मिल पाई। इसलिए यह अंदाजा लगाना मुश्किल है कि जमातियों से कहां और कितने लोग संक्रमित हुए है? जमातियों में 3 विदेशी, 13 दिल्ली, 1-1 ओडिशा व असम से हैं। 3 हज हाउस और 2 ललरिया गांव से हैं।

37 फर्स्ट पॉजिटिव के सीधे संपर्क यानी फर्स्ट कॉन्टैक्ट में 361 लोग आए थे, इनकी सैंपल जांच के बाद 65 नए पॉजिटिव सामने आ गए। इनमें सबसे पहला पॉजिटिव यूके से लौटी एक युवती थी। इनसे उसके पत्रकार पिता संक्रमित हुए, उनसे 87 लोगों का फर्स्ट कांट्रेक्ट होने की जानकारी सामने आई, लेकिन सिर्फ एक ही पॉजिटिव निकला, बाकी सभी टेस्ट नेगेटिव आए। अ

केटेगरी के लोगों का संपर्क जमातियों, पुलिसकर्मियों और ओल्ड सिटी के कुछ हेल्थ डिपार्टमेंट के लोगों से होने हुआ था। जैसे टीटी नगर के 5 पेशेंट (पेंशेंट नंबर 27,28,29,14,15) का संपर्क टीटी नगर पुलिस के (पेंशेंट नबंर 10,13 और 16) से हुआ था। जिससे पुलिस से जरिए इन्हें संक्रमण होने की जानकारी सामने आई है। अरेरा कॉलोनी के ई-3 में पेंशेंट नंबर-18 का फर्स्ट कांट्रेक्ट हेल्थ विभाग के ही ई-3 निवासी पेशेंट नंबर 22 और पेशेंट नंबर 14,12,23 और 54 से हुआ था।

भोपाल में कोरोना संक्रमण की मैपिंग करने वाले सीएम रिसर्च एसोसिएट राहुल रजक बताते हैं कि जमातियों को छोड़कर भोपाल में अब तक पॉजिटिव मिले प्रत्येक व्यक्ति से फोन पर बात कर सीधे संपर्क में आने वाले लोगों (फर्स्ट कॉन्टैक्ट पर्सन) का डेटाबेस तैयार हो गया है, नए पॉजिटिव केस इन्हीं में से सामने आ रहे हैं। इस डेटाबेस के आधार पर भोपाल के 60% से अधिक मरीजों में संक्रमण की चेन मिल गई है। अब चुनौती इनके फर्स्ट कॉन्टैक्ट की निगरानी और सेकंड कॉन्टैक्ट की ट्रेसिंग की है। इसलिए ये लोग जहां हैं, उन्हें लोकल हॉटस्पाट में बांटकर सैंपलिंग बढ़ाना पड़ेगी। भोपाल कलेक्टर तरुण पिथोड़े की निगरानी में पिछले 5 दिन से स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम में यह ट्रेसिंग की प्रक्रिया चल रही है।

हेल्थ डिपार्टमेंट: पहले तीन के मल्टीपल कॉन्टैक्ट
सबसे पहले एक आईएएस अफसर और फिर दो महिला अफसर पॉजिटिव निकलीं। इनसे जिनका संपर्क हुआ, उनके बीच कई बार मल्टीपल काॅन्टैक्ट हुए। जहांगीराबाद में विभाग के दो पॉजिटिव (पेशेंट 25,15), चूनाभट्‌टी, शहीद चौराहा, गनपति एन्क्लेव, जान्हवी नगर, ईडन पार्क, अमलतास फेज-2, कोलार व दो अन्य कॉलोनी के निवासी 11 पॉजिटिव (पेंशेट नंबर 4,9,59,64,66, 6, 15, 49, 54, 29 और 18) और सलैया के साजन मैरिज गार्डन निवासी एक पॉजिटिव (पेशेंट नंबर 16) का संपर्क टीटी नगर इलाके के पहले 13 पॉजिटिव पुलिस वालों से हुआ था।

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