ऊना। कोरोना महामारी से बचने के लिए किए लॉकडाउन का प्रभाव विद्यार्थियों की शिक्षा पर न पड़े, इसके लिए शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों में ऑनलाइन शिक्षा शुरू की है। लेकिन इस सुविधा का लाभ गरीब विद्यार्थियों तक नहीं पहुंच पा रहा है।
इससे निर्धन छात्र-छात्राओं को शिक्षा में अन्य विद्यार्थियों में मुकाबले नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। दूसरी ओर शिक्षकों का भी कहना है कि जो विद्यार्थी ऑनलाइन शिक्षा से वंचित रह रहे हैं, उसके कारण उन्हें लॉकडाउन खुलते ही फिर से प्रथम चरण से शिक्षा प्रदान करनी पड़ेगी। इससे दोनों तरफ विद्यार्थियों को नुकसान उठाना पड़ेगा। ऑनलाइन शिक्षा न प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों की जब प्रथम चरण से पढ़ाई करवाई जाएगी तो पहले से ही वह शिक्षा प्राप्त कर चुके विद्यार्थियों की भी समय बर्बादी होगी।
प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष विनोद कुमार और राजकीय प्रवक्ता संघ के जिला अध्यक्ष संजीव पराशर, राजकीय विज्ञान अध्यापक संघ के जिला अध्यक्ष चंद्रकेश धीमान ने कहा कि सभी शिक्षक पूरा प्रयास कर रहे हैं कि उनके विद्यालय के सभी विद्यार्थियों के पास जैसे-तैसे ऑनलाइन शिक्षा पहुंचाई जा सके। इससे कोई भी विद्यार्थी इस समय पढ़ाई जाने वाली शिक्षा से वंचित न रह पाए।