पश्चिम बंगाल के हावड़ा में लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के पुलिसकर्मियों पर हमला करने का मामला सामने आया है. कोलकाता के पास हावड़ा में सोशल डिस्टेंसिंग लागू की कोशिश कर रहे पुलिसकर्मियों को निशाना बनाया गया, घटना में दो पुलिसकर्मी घायल हो गए. कानून व्यवस्था की स्थिति को बहाल करने के लिए एरिये में एक विशाल पुलिस दल भेजा गया है.
पुलिसकर्मियों पर यह हमला तिकियापारा में उस समय हुआ जब वे सड़क के किनारे बाजार में भीड़ को ‘अलग’ करने की कोशिश कर रहे थे.
इस दौरान गुस्साई भीड़ ने पुलिस पर पत्थर फेंके, इस कारण उसे टिकियापारा पुलिस चौकी में शरण के लिए भागना पड़ा .भीड़ ने पुलिस चौकी पर भी पथराव किया, इस दौरान कम से कम दो पुलिस वाहनों में तोड़फोड़ की गई.
गौरतलब है कि हावड़ा कोविड-19 के लिए हॉटस्पॉट जिला है, यहां से राज्य के 697 में से 79 मामले दर्ज किए गए थे. कोलकाता के दक्षिणी हिस्से में बेहाला से पुलिस और मोटरसाइकिल सवार युवक के बीच झड़प की एक अन्य घटना भी सामने आई है. मोटरसाइकिल चालक ने कथित तौर पर पुलिस पर हमला करने की कोशिश की] उसे गिरफ्तार कर लिया गया था.
राज्य विधानसभा में हावड़ा का प्रतिनिधित्व करने वाले और ममता बनर्जी की सरकार में मंत्री राजीव बनर्जी ने कहा कि यह घटना सबसे दुर्भाग्यपूर्ण है और वे इस बात पर गौर करेंगे कि भीड़ ने किस वजह से हिंसा की.दूसरी ओर, बीजेपी के राहुल सिन्हा ने कहा कि यह लॉकडाउन को लागू कराने में ममता बनर्जी सरकार की विफलता का एक और उदाहरण है.
गौरतलब है कि बंगाल पहले से ही लॉकडाउन के उल्लंघन और सख्ती से पालन न कराने के मामले में केंद्रीय गृह मंत्रालय की जांच के दायरे में है. दो केंद्रीय दल हावड़ा सहित हॉटस्पॉट जिलों में स्थानों पर जा रहे हैं, ताकि यह जांच की जा सके कि लॉकडाउन को कितनी कड़ाई से लागू किया जा रहा है.