दिल्ली के मयूर विहार में तैनात सीआरपीएफ के 31 बटालियन में कोरोनावायरस की वजह से मंगलवार को एक जवान की मौत हो गई है. इसी बटालियन के 45 जवान कोरोना से संक्रमित हो गए. लिहाजा अब पूरे बटालियन को क्वारन्टीन कर सबकी जांच की जा रही है. मंगलवार को दिल्ली में तैनात सीआरपीएफ के 55 साल के एक सब इंस्पेक्टर की सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई. असम का रहने वाला ये सब इंस्पेक्टर डायबिटिक और हाइपरटेंशन का मरीज था.
ये सब इंस्पेक्टर सहित 31 बटालियन के बाकी जवान तब कोरोना के मरीज हुए जब वे कोरोना से संक्रमित कुपवाड़ा में तैनात रहे 162 बटालियन के पैरामेडिकल स्टाफ के संपर्क में आए. ये मेडिकल स्टाफ छुट्टी पर अपने घर नोएडा आया हुआ था. जब अचानक लॉकडाउन का ऐलान हुआ तो छुट्टी पर गये जवानों को निर्देश दिया गया कि आप जहां पर हैं वही पर रहे, लेकिन मेडिकल स्टाफ के लिये कहा गया कि अगर संभव हो तो घर के आसपास 15 से 20 किलोमीटर के दायरे में अगर कोई यूनिट हो तो वहां जॉइन कर ले ताकि अगर हालात खराब हो तो उसकी सेवा ली जा सके.
नोएडा का रहने वाला ये पैरामेडिकल स्टाफ सात अप्रैल को मयूर विहार के 31 बटालियन जॉइन किया. उस वक़्त के प्रोटोकॉल के मुताबिक उसे क़वारन्टीन किया गया पर उस वक़्त इसमें कोरोना का कोई लक्षण नहीं पाया जाता है. 17 अप्रैल को इसमें कोरोना के लक्षण दिखने शुरू हो जाते है फिर इसका टेस्ट कराया जाता है. 20 अप्रैल को इसका रिजल्ट पॉजिटिव आता है. तुरंत इसको अस्पताल में भर्ती कराया जाता है और इसके संपर्क में आये जवानों का तलाश कर पहले क्वारंटीन और फिर कोरोना टेस्ट कराया जाता है. जिनको कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है उनको दिल्ली सरकार के मंडोली के क्वारंटीन सेन्टर में इलाज के लिये भेज गया.
22-23 अप्रैल को इस सब इंस्पेक्टर की हालात खराब होने लगती है. फिर उसे सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया जाता है लेकिन मंगलवार को उसकी मौत हो जाती है. एहितयात के तौर पर अब पूरे बटालियन को क्वारंटीन कर दिया गया है. इस बटालियन में करीब 600 जवान और अफसर है. मेडिकल स्टाफ और जरूरी चीजों को छोड़कर ना तो कैम्प से कोई बाहर निकलने दिया जा रहा है और ना ही किसी को अंदर जाने दिया जा रहा है.
इसके अलावा सीआरपीएफ में एक और कोरोना पीड़ित मरीज अहमदाबाद में है. कुल मिलाकर अब तक सीआरपीएफ के 46 जवान कोरोना महामारी के चपेट में आ चुके है. इनके अलावा एक जवान की मौत भी हो चुकी है. अकेले सीआरपीएफ में नहीं बल्कि देश के किसी पैरा मिलेट्री फ़ोर्स में यह पहला मामला है कि उसके जवान की मौत कोरोना की वजह से हुई है और सावधानी बरतते हुए पूरे बटालियन को क्वारंटीन कर दिया गया है.