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देश में 33,000 पार हुई COVID-19 मरीजों की संख्या पिछले 24 घंटे में 67 लोगों की मौत…

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भारत में कोरोनावायरस का कहर बढ़ता जा रहा है. देश में जारी लॉकडाउन के बावजूद संक्रमितों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. इस बीच देश में कोरोनावायरस का मामला 33 हजार के पार पहुंच गया है. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक भारत में कोरोनावायरस संक्रमितों की संख्या 33050 हो गई है.

पिछले 24 घंटों में कोरोना के 1718 नए मामले सामने आए हैं और 67 लोगों की मौत हुई है. वहीं, देश में कोरोना से अब तक 1074 लोगों की मौत हो चुकी है, हालांकि राहत की बात यह है कि 8325 मरीज इस बीमारी को हराने में कामयाब भी हुए हैं. बता दें कि देश में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए लॉकडाउन को 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है. हालांकि 20 अप्रैल से लॉकडाउन के दौरान उन इलाकों में कुछ छूट भी दी गई है, जहां कोरोना के मामले कम हैं.

वहीं, इन सबके बीच एक राहत वाली खबर भी है. देश में कोरोना संक्रमण के मामले दोगुने होने की रफ्तार में कमी आई है. स्वास्थ मंत्रालय ने इससे पहले 20 अप्रैल को कहा था कि देश में कोरोनावायरस के मामले दोगुने में होने में 7.5 दिन लग रहे हैं.

वहीं, 15 मार्च से लेकर 6 अप्रैल तक कोरोनावायरस के मामले दोगुना होने में 4-6 दिन का समय लग रहा था. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोना पॉजिटिव मामलों के दोगुने होने में 10 दिन लगे हैं.

इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने सभी राज्यों को चिठ्ठी लिखकर स्थिति बिगड़ने की दशा में तैयारी पूरी करने को कहा है. सचिव ने कहा कि अगर केस काफी बढ़े तो उससे निपटने के लिए राज्य स्वास्थ्य सेवाएं दुरुस्त करके रखें. इसके साथ ही नॉन-कोविड मरीजों की भी अनदेखी न हो.

स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों को लिखी चिट्ठी में कहा कि निजी अस्पतालों/मेडिकल सेंटर की शिकायतें आ रही हैं कि वो नॉन कोविड मरीजों के इलाज में आनाकानी कर रहे हैं या कई जगहों पर इलाज से पहले कोरोना टेस्ट के लिए मरीजों को कहा जा रहा है.

कई अस्पतालों ने तो इस वक्त काम तक करना बंद कर दिया है. इस संदर्भ में ये सुनिश्चित करना जरूरी है कि निजी अस्पताल इस वक्त फंक्शनल रहें और मरीजों के इलाज में किसी तरह की अड़चन न हो.

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