राज्य सरकार से शराब कारोबारियों को मिले आश्वासन के बाद बुधवार दोपहर से प्रदेश में शराब की दुकानें खुल गईं। हालांकि दुकानों के खुलने की जानकारी लोगों को तक नहीं पहुंचने से भीड़भाड़ के नजारे आज देखने नहीं मिले हैं। खजुराहो में महिलाओं ने लाइन में लगकर शराब खरीदी तो कई लोग महीनेभर का स्टाॅक खरीदकर ले गए। जबलपुर में शराब पीकर लोग सड़क पर तमाशा करते नजर आए।
दो दिन से सरकार और शराब कारोबारियों के बीच तनातनी के बाद अंतत: बुधवार दोपहर से प्रदेश में शराब की दुकानें खुल गई। सरकार से मिले आश्वासन के बाद कारोबारी दुकानें खोलने राजी हुए हैं। मामला हाईकोर्ट तक पहुंच गया है। सरकार को दो सप्ताह में जवाब देना है। आज शराब कारोबारियों और आला अधिकारियों की बैठक के बाद दुकानें खोलने का निर्णय हुआ।
सरकार ने ठेकेदारों की मांग पर तीन-चार दिन में विचार करने का आश्वासन दिया है। फिलहाल, लॉकडाउन के कारण सरकार ने सिर्फ ग्रीन जोन की दुकानें और ऑरेंज जोन में कंटेनमेंट एरिया के बाहर की दुकानें खोलने की छूट दी है।
प्रदेश के ग्रीन जोन वाले 24 जिलों में शराब की दुकान खोलने को लेकर शराब ठेकेदार तैयार हो गए हैं। बीते दो दिन से सरकार और शराब ठेकेदारों के बीच बनी तकरार बुधवार को बैठक के बाद खत्म हो गई है। आबकारी विभाग के अफसरों के रुख के बाद शराब ठेकेदारों ने तत्काल शराब दुकान खोलने का फैसला लिया है।
शराब ठेकेदारों ने सरकार से इस बात की मांग की थी कि जितना माल बेचा जाए उतनी ही ड्यूटी लगाई जाए। साथ ही बीते दो महीने में जो नुकसान हुआ है उसके कोटे से उन्हें बंधन मुक्त किया जाए। सरकार का आश्वासन मिलते ही ठेकेदारों ने अनुमति वाले सभी इलाकों में तत्काल शराब की दुकानें खोलने का ऐलान कर दिया।