काेराेना संक्रमण… 32 दिन में 29 माैतें। इसमें से 19 गैस पीड़ित। इनमें से 7 गैस पीड़िताें काे डायबिटीज और हायपरटेंशन था। वहीं 6 काे अस्थमा के कारण सांस लेने में तकलीफ होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया था। जहां पर इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
इनमें चार की मौत अस्पताल पहुंचने के पहले ही हो गई थी। बाद में शव से लिए गए सैंपल की जांच में रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। मरने वाले 19 गैस पीड़ित में से 17 पुरुष व दो महिलाएं थीं। इनमें से अधिकतर की उम्र 38 साल से ज्यादा थी।
इन मरने वाले 19 लोगों को कोरोना का संक्रमण कहां से लगा इसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। इसका पता लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अफसर सोर्स का पता लगाने में जुटे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों का कहना है कि गैस पीड़ितों में दूसरी कोई न कोई बीमारी थी। इसके चलते उनका इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाने के चलते उनकी मौत हो गई।
रचना ढींगरा, संयोजक भोपाल ग्रुप फॉर इंफॉर्मेशन एंड एक्शन के मुताबिक, हाई रिस्क वाले गैस पीड़ित जिनको कैंसर और अन्य तरह की गंभीर बीमारियां हैं। उनकी सैंपलिंग कैंप लगाकर की जाए