हिमाचल में कोरोना पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। रविवार को छह मरीज एक साथ सामने आए हैं। इनमें तीन चंबा, दो बाहर से सवारियां लेकर पहुंचे बिलासुपर में क्वारंटीन किए टैक्सी चालक और एक कांगड़ा के झीरबल्ला में पहले से संक्रमित युवक की 19 वर्षीय बहन शामिल है। दोबारा बढ़े कोरोना के मामलों को देखते हुए प्रदेश सरकार ने अब बाहर से आने वाले लोगों को बॉर्डर पर ही संस्थागत क्वारंटीन करने का एलान कर दिया है, ताकि प्रदेश में संक्रमण न फैले। यह फैसला मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने रविवार को राज्य सरकार की ओर से नियुक्त नोडल अधिकारियों की बैठक में लिया।
ऐसा माना जा रहा है कि बाहर से आने वालों को सरकार बॉर्डर पर ठीक से क्वारंटीन नहीं कर पाई और सीधे घर भेज दिया, जिससे मामले बढ़े। अगर शुरू में सतर्कता बरतते तो हालात इतने नहीं बिगड़ते। प्रदेश में छह नए मामले सामने आने के बाद अब संक्रमितों की संख्या 17 पहुंच गई है। अब तक प्रदेश में 58 मामले संक्रमण के सामने आ चुके हैं।
पहली बार दो मामले आने से बिलासपुर जिला ग्रीन जोन से बाहर हो गया है। रविवार को कांगड़ा के झीरबल्ला के दो दिन पहले संक्रमित हुए युवक की 19 वर्षीय बहन के पॉजिटिव आने के बाद उसे कोविड केयर सेंटर में भर्ती कर दिया है। युवती समेत परिवार के सैंपल लिए गए थे, जिनमें अन्यों की रिपोर्ट सामान्य आई है। उधर बिलासपुर जिले में बाहरी राज्यों के दो टैक्सी चालक कोरोना संक्रमित हुए हैं।
इनमें एक अहमदाबाद और दूसरा गुरुग्राम का रहने वाला है। ये सवारियां लेकर कांगड़ा के बैजनाथ और मंडी जिले के चच्योट जा रहे थे। एसडीएम स्वारघाट सुभाष गौतम ने बताया है कि आठ मई को गुजरात का 36 वर्षीय चालक सवारियों को लेकर बैजनाथ जा रहा था, जबकि 46 वर्षीय दिल्ली निवासी दूसरा चालक मंडी के चच्योट जा रहा था।
दोनों टैक्सी चालकों और सवारियों को स्वारघाट में मेडिकल स्क्रीनिंग के लिए रोका था और चालकों के सैंपल लिए थे, जिनकी रिपोर्ट आईजीएमसी शिमला से पॉजिटिव आई है। इन्हें नेरचौक मेडिकल कॉलेज शिफ्ट कर दिया है।