ऊना। सूबे में कोरोना संक्रमित लोगों की तादात बढ़ने के कारण जिले के सबसे ज्यादा व्यस्त प्रवेश द्वार मैहतपुर में जिला प्रशासन ने मुस्तैदी बढ़ा दी है। हालांकि प्रदेश सरकार ने रेड जोन से आने वाले लोगों को चौदह दिन तक बार्डर पर क्वारंटीन करने के आदेश हैं। फिलहाल यह निर्देश पूरी तरह से धरातल पर नहीं उतरे हैं।
बाहरी राज्यों के रेड जोन से आने वाले प्रत्येक नागरिक के नाम पते दर्ज करके उनके सैंपल लिए जा रहे हैं। सैंपल रिपोर्ट आने तक इन लोगों को दो दिन तक बार्डर पर ही क्वारंटीन किया जा रहा है। रिपोर्ट निगेटिव आने पर इन लोगों को होम क्वारंटीन किया जाएगा। रिपोर्ट पॉजिटिव आने की स्थिति में आईसोलेट करने का प्रावधान है।
गौरतलब है कि राज्य सरकार ने सूबे के सरहदी क्षेत्रों में अतिरिक्त चौकसी बढ़ाने को कहा है।
इसके चलते मैहतपुर प्रवेशद्वार पर पुलिस कर्र्मी पूरी तरह से मुस्तैद नजर आए। सोमवार दोपहर बाद दिल्ली तथा अजमेर से आए छह लोगों के औद्योगिक क्षेत्र स्थित ईएसआई अस्पताल में सैंपल लिए गए। इन लोगों को दो दिन तक मैहतपुर में ही क्वारंटीन कर दिया गया। शिफ्ट इंचार्ज भगवान चंद के मुताबिक रेड जोन से आने वाले हिमाचली लोगों पर जिला प्रशासन खास नजर रखे हुए है।
सोमवार को मैहतपुर बार्डर पर पहुंच रहे लोगों के नाम पते दर्ज कर रहे पुलिस कर्मियों की मानें तो उनको क्वारंटीन करने अथवा नहीं करने को लेकर कोई सूचना नहीं है। वे तो बाहर से आने वाले लोगों के नाम और पते ऑनलाइन दर्ज कर रहे हैं। इनका डाटा सीधे एसपी ऑफिस पहुंच रहा है।
दूसरे राज्यों से हिमाचल में दाखिल होने वाले लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार कर रही है। इस बीच दूसरे राज्यों से आने वाले लोग इस दुविधा में अपने संबंधियों से फोन पर सूचना एकत्र कर रहे हैं, कि बार्डर पर पहुंचते ही क्या उन्हें 14 दिनों के क्वारंटीन तो नहीं कर दिया जाएगा।
राज्य सरकार ने ऐसे आदेश जारी कर रखे हैं लेकिन जिले से ताल्लुक रखने वालों को 149 का नोटिस देकर होम क्वारंटीन पर भेजा जा रहा है, जबकि अन्य जिलों के लोगों के नाम पते दर्ज करके उन्हें संबंधित जिलों को भेजा जा रहा है।
रेड जोन से आने वाले लोगों के सैंपल लेकर उन्हें दो दिन के लिए क्वारंटीन किया जा रहा है। डीसी संदीप कुमार ने साफ किया कि रेड जोन से आने वाले प्रत्येक नागरिक का बार्डर पर कोरोना टेस्ट लिया जा रहा है, रिपोर्ट आने तक उन्हें वहीं रोका जा रहा है। रिपोर्ट निगेटिव आने पर डिस्चार्ज करके ऐेसे नागरिकों को होम क्वारंटीन किया जा रहा है।