भोपाल. कंटेनमेंट एरिया में साफ-सफाई का जिम्मा इन्हीं का है। हाई रिस्क, लेकिन ड्यूटी जरूरी है। निगम के ये कर्मचारी सुबह 6 बजे से इन एरिया में प्लानिंग के साथ साफ सफाई में जुट जाते हैं। कई बार तो देर रात तक मैदान में डटे रहते हैं। यह कहते हैं कि इस विपदा की घड़ी में लोगों की सुरक्षा करना ही उनका पहला धर्म है। शहर स्वच्छ रहेगा तो बीमारियां कम फैलेंगी, ऐसे में हमारी जिम्मेदारी कहीं ज्यादा हैंैैं
विशाल चावरिया जहांगीराबाद में सफाई, सब्जी वितरण व सैनिटाइजेशन की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। वे कहते हैं कि हम तो लोगों की दुआएं ले रहे हैं। इसी क्षेत्र की बापू कॉलोनी में रहते हैं। कई बार देररात तक ड्यूटी करते हैं। घर वाले चिंता करते हैं तो यही कहता हूं कि ईश्वर ने हमें सेवा का मौका दिया है।
बैरागढ़ चीचली निवासी वार्ड दरोगा विजय करोसिया श्यामला हिल्स व अहाता रुस्तम खां के कंटेनमेंट एरिया में सफाई की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। वे कहते हैं कि जनता कर्फ्यू के दिन शादी के 6 साल बाद बेटी हुई। लेकिन आज भी उसे गोद में लेने की हिम्मत नहीं हो पा रही।
मंगलवारा के कंटेनमेंट एरिया में सफाई की जिम्मेदारी संभाले हनीफ खान सुबह 6 बजे घर से निकलते हैं। बुजुर्ग मां चिंता करती हैं। रोजा भी रखे हैं। उन्हें समझातेे हैं कि अपना फर्ज कैसे छोड़ दूं। सैफिया कॉलेज के पास रहने वाले हनीफ घर कहते हैं कि संक्रमण से बचने पूरे एहतियात बरतते हैं।
सुपरवाइजर निक्की कंडारे। इस्लामपुरा, के कंटेनमेंट क्षेत्र में डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन की जिम्मेदारी इन्हीं के जिम्मे है। वे बताते हैं कि 14 दिसंबर को उनके यहां बेटा हुआ। 5 माह का बेटा बोलता तो नहीं पर घर पहुंचने पर टकटकी लगाए देखता जरूर रहता है।