भोपाल. व्यापारी और उद्यमियों से जुड़ी संस्थाओं ने कहा है कि कोरोना संक्रमण का यह सबसे जोखिम वाला दौर चल रहा है। सरकार बाजार या माॅल खोलने का निर्णय पूरी सावधानी के साथ ले। जहां बाजार खोले जा रहे हैं वहां यह सुनिश्चित किया जाए कि भीड़भाड़ ज्यादा न हो। हर बाजार को चार हिस्सों में बांटा जाए। एक दिन एक ही हिस्से की दुकान खुलें। स्टेशनरी और पान की दुकानें सबसे अधिक जोखिम वाली हैं। हालांकि ग्रीन जोन में मार्केट और मॉल खोलने पर विचार किया जा सकता है।
बाजारों को शुरुआत में 3-4 घंटे ही खोला जाए
डाॅ. आरएस गोस्वामी, अध्यक्ष, एफएमपीसीसीआई का कहना है कि जहां तक उद्योगों की बात है, वहां आने-जाने वाले लोगों की संख्या बेहद नियंत्रित रहती है। इसलिए वहां ज्यादा खतरा नहीं है। बेहतर हो शुरुआत में बाजार पूरे दिन के लिए न खोले जाएं। इनके लिए 3 से 4 घंटे का समय तय हो।
भूपेंद्र जैन, अध्यक्ष, कैट, मप्र के मुताबिक, हम चाहते हैं कि भीड़भाड़ वाले बाजारों में सारी दुकानें हफ्ते में दो दिन खुलें। बाजार की एसोसिएशन इसके लिए सारी दुकानों की नंबरिंग करे। दो दुकानों के बीच की तीन दुकानें बंद हों। रेस्टोरेंट और मिठाई-नमकीन की दुकानों से होम डिलिवरी हो।
ललित जैन, अध्यक्ष, भोपाल चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के मुताबिक, अगर बैरागढ़ के कपड़ा मार्केट जैसे बाजारों को खोलने का निर्णय लिया जाता है तो लॉकडाउन का उद्देश्य ही विफल हो जाएगा। मुख्य फोकस इस बात पर होना चाहिए कि जिन बाजारों में सोशल डिस्टेंसिंग मेंनटेन हो सकती है, उन्हें ही खोला जाए।
अभी ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है
-अनुराग श्रीवास्तव, चेयरमैन, सीआईआई, मप्र के मुताबिक, काेचिंग संस्थान व नुक्कड़ की पान की दुकानों को तो किसी भी स्थिति में खोलने की इजाजत नहीं मिलनी चाहिए। क्योंकि इन जगहों पर मजमा लगता है। अभी सावधानी बरतने व अनुशासित रहने की जरूरत है।