शुक्रवार देर रात शहर में 79 नए पॉजिटिव सामने आए। इसे मिलाकर कुल मरीजों का आंकड़ा 2378 हो गया। एक मरीज की मौत भी हुई। अब तक 99 लोगों की जान जा चुकी है। कुल 1055 सैंपलों की जांच में 976 की रिपोर्ट निगेटिव आई। अब तक 20645 लोगों के टेस्ट सैंपल की रिपोर्ट आ चुकी है। वहीं, अब तक 1100 लोग ठीक होकर अपने घर लौट चुके हैं। अभी भी 1179 लोग अलग-अलग अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती हैं। अब तक होटल गार्डन में क्वारैंटाइन किए गए 2061 लोगाें को घर भेज दिया गया है।
2000 केस के बाद बाकी पांच शहरों में पॉजिटिव रेट बढ़ा, इंदौर में ढाई गुना घटा
शहर में पहला मरीज 24 मार्च को सामने आया था। इसके बाद 30 दिन में मरीजों की संख्या 23 अप्रैल को एक हजार के पार हो गई। इसके 18 दिन बाद 11 मई को यह दो हजार पार कर गई। इंदौर के अलावा मुंबई, दिल्ली, पुणे, चेन्नई, अहमदाबाद और ठाणे में ही अभी दो हजार से अधिक मरीज सामने आए हैं। यदि इनसे इंदौर की तुलना करें तो पुणे को छोड़ मुंबई, दिल्ली, अहमदाबाद में दो हजार का आंकड़ा आने के बाद मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ।
इसका एक कारण सैंपलिंग अधिक होने के साथ इन शहरों में टेस्ट पॉजिटिव रेट भी बढ़ना रहा है। इंदौर के लिए राहत की बात यही है कि यहां पर सैंपलिंग पहले से तीन गुना कर दी गई है, लेकिन पॉजिटिव रेट पहले से आधा और रिकवरी रेट छह गुना से अधिक हो गया।
मल्हारगंज की एक मल्टी में 31 पॉजिटिव, इनमें 70 फीसदी मरीज तीसरी मंजिल के
मल्हारगंज थाने के ठीक पास महंत कॉम्प्लेक्स में शुक्रवार को एक ही दिन में 21 पॉजिटिव मिलने से हड़कंप मच गया है। पहले यहां 10 मरीज मिल चुके हैं। 340 लोगों की मल्टी में 31 लोग संक्रमित हो गए हैं। मरीजों में एक 12 साल की बच्ची भी शामिल है। इसमें भी 70 फीसदी मरीज तीसरी मंजिल पर रहने वाले हैं।
न्यू पलासिया में भी 40 सदस्यों वाले जैन परिवार के एक सदस्य संक्रमित हो गए हैं। परिवार में 2 डॉक्टर हैं, लिहाजा उन्हें होम क्वारेंटाइन कर इलाज किया जा रहा है। न्यू पलासिया के एक अन्य परिवार की महिला भी चोइथराम में भर्ती हैं। परदेशीपुरा थाना क्षेत्र के बिजासन नगर में 7 लोग तो कुम्हारखाड़ी में भी 5 मरीज मिले हैं।