प्रदेश में लॉकडाउन फेज-4 की तस्वीर साफ हो गई है। ग्रीन जोन में आम दिनों की तरह बाजार खुलने लगे हैं। सुबह से सड़कों और बाजारों में भीड़-भाड़ देखी जा रही है। सोमवार रात मुख्यमंत्री ने प्रदेश की जनता के नाम संदेश में साफ किया है
कि रेड और ग्रीन जोन में जो सहूलियतें दी जा रही है वे फिलहाल सिर्फ 7 दिन के लिए हैं। अगर हालात काबू में रहे तो फेज-4 में दी जा रहीं रियायते लागू रहेंगी। अगर संक्रमण बढ़ता है तो समीक्षा के बाद फिर से सख्ती की जाएगी। सोमवार देर रात प्रदेश में संक्रमित मरीजों की संख्या 5236 पर पहुच गई। इसमें इंदौर के 2637 और भोपाल के 1076 मरीज हैं। 259 की मौत हो चुकी है।
राज्य सरकार ने रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन में बदलाव कर दिया। ऑरेंज जोन अब नहीं होगा। रेड जोन में इंदौर और उज्जैन का पूरा जिला रहेगा, जबकि भोपाल की सिर्फ नगर निगम सीमा तक ही रेड जोन प्रभावी होगा। भोपाल के साथ ही बुरहानपुर, जबलपुर, खंडवा एवं देवास नगर निगम क्षेत्र और मंदसौर, नीमच, धार व कुक्षी के नगर पालिका एरिया को रेड जोन माना जाएगा। बाकी को ग्रीन जोन मानकर उसमें केंद्रीय गृह मंत्रालय की गाइडलाइन और प्रोटोकॉल के हिसाब से गतिविधियां सामान्य की जाएंगी। रेड जोन में एक सप्ताह तक बाजार बंद रहेंगे। जिले के क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप से चर्चा व समीक्षा के बाद उन्हें खोला जाएगा। मोहल्ले, एकल दुकानें, आवासीय इलाकों की दुकानें, बाजार में स्थित आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खुली रहेंगी। रेड जोन के बाहर लाइसेंस वाली शराब व भांग की दुकानें खुल सकेंगी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि शाम 7 से सुबह 7 बजे तक प्रदेश में कर्फ्यू रहेगा और आवागमन नहीं होगा। सिर्फ जरूरी वस्तुओं के लिए आवागमन की छूट रहेगी। सभी जोन में सार्वजनिक परिवहन भी एक सप्ताह तक प्रतिबंधित रखा जाएगा। राज्य सरकार ने भी तय किया है कि रेड जोन के कंटेनमेंट क्षेत्र का दायरा बढ़ाकर उसे बफर घोषित किया जाएगा और इसके बाहर गतिविधि सामान्य की जाएगी। इसका प्रयोग फिलहाल इंदौर, भोपाल, उज्जैन और बुरहानपुर को छोड़कर किया जाएगा। इन जिलों में यदि बफर तय करना है तो जिला क्राइसिस मैनेजमेंट से चर्चा के बाद निर्णय होगा।
शहर में सोमवार को 72 नए कोरोनावायरस के पॉजिटिव मिले। 902 सैंपल की जांच में 803 निगेटिव भी आए हैं। इसके अलावा 2 मौत भी हुई हैं। आंकड़ों को देखें तो 6 से 16 मई तक नए सैंपल की संख्या 1200 से 1500 के बीच थी। फिर अचानक 17 मई को सैंपल की संख्या कम कर दी गई। पूर्व में भी 26 अप्रैल से 1 मई के बीच सैंपल की संख्या कम थी। जिसके कारण पॉजिटिव मरीजों की संख्या भी कम मिली। इसके बाद भोपाल की तर्ज पर सैंपल की संख्या में बढ़ोतरी की गई तो पॉजिटिव की संख्या भी बढ़ने लगी। विशेषज्ञ इसी बात पर जोर दे रहे हैं कि ज्यादा से ज्यादा सैंपलिंग की जाना चाहिए ताकि मरीजों की पहचान की जा सके।
क्वारैंटाइन सेंटर में 700 संदिग्ध बढ़े, आसपास के लोग दहशत में
इंदौर में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण शहर के क्वारैंटाइन सेंटरों में संदिग्धों की संख्या एक बार फिर बढ़ गई है। इस वजह से इन क्वारैंटाइन सेंटर्स और आसपास के रहवासी इलाकों में लोग डरने लगे हैं। शहर के 46 क्वारैंटाइन सेंटर में से 30 सेंटर मई की शुरुआत में खाली हो गए थे। तब इनमें करीब 600 संदिग्ध बचे थे। अब वापस सभी सेंटरों में संदिग्धों की संख्या 1300 के आसपास पहुंच चुकी है।
राजधानी में सोमवार को कोरोना के 59 नए मरीज मिले। यह एक ही दिन में मिले मरीजों का अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इनमें सबसे ज्यादा 28 मरीज जहांगीराबाद क्षेत्र के हैं। भोपाल में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 1076 हो गई है। स्वास्थ्य संचालनालय के अफसरों ने बताया कि भोपाल में सोमवार देर रात आई जांच रिपोर्ट में जहांगीराबाद, मंगलवारा, अशोका गार्डन, गोविंदपुरा और छत्रसाल नगर के 40 रहवासियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके पहले सुबह 19 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
इंदौर 2565, भोपाल 1030, उज्जैन 343, जबलपुर 182, बुरहानपुर 152, खरगोन 99, धार 106, खंडबा 165, रायसेन 65, देवास 63, मंदसौर 60, ग्वालियर 65, नीमच 50, होशंगाबाद 37, मुरैना 34, बड़वानी 31, रतलाम 28, सागर 21, भिंड 19, विदिशा 15, आगरमालवा 13, रीवा 14, शाजापुर 8, सतना 8, झाबुआ 7, छिंडवाड़ा 5, सीहोर 5, टीकमढ़ 5, श्योपुर 4, सीधी 4, अलीराजपुर 3, अनूपपुर 3, हरदा 3, शहडोल 3, शिवपुरी 3, दतिया 3, बैतूल 3, अशोकनगर 3, डिंडोरी 2, पन्ना 2, दमोह 1, गुना, 1, मंडला 1, सिवनी 1, उमरिया में एक मरीज।