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निर्मला सीतारमण

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आजादी के बाद से हमारा देश भारत दिन प्रतिदिन नयी उचाईयों को छुता जा रहा है. इसी कड़ी में 3 सितम्बर 2017 को भारतीय राजनीती ने एक और नए आयाम को छु लिया है जी हां हम बात कर रहे है स्वतंत्र भारत की पहली महिला रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण की. इसके पूर्व भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी ने 1 से लेकर 21 दिसंबर 1975 एवं 1980-1982 तक रक्षा मंत्रालय अपने पास रखा था लेकिन स्वतंत्र रूप से रक्षा मंत्रालय सँभालने वाली निर्मला सीतारमण भारत की पहली महिला रक्षा मंत्री बनी है.

निर्मला सीतारमण का जीवन परिचय : निर्मला सीतारमन का जन्म 18 अगस्त 1959 को तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली में हुआ था. आपकी पिताजी रेल विभाग में कार्यरत थे और आपकी माताजी गृहणी थी. पढ़ी लिखी फैमिली होने के इनका भी झुकाव शिक्षा की अधिक था. निर्मला सीतारमण ने अपना अपना ग्रेजुएशन 1980 में सीतालक्ष्मी रामास्वामि कॉलेज, तिरुचिरापल्ली से किया. इसके बाद आपने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से अंतरराष्ट्रीय अध्ययन विषय में M.fil की शिक्षा पूर्ण की. सन 1986 में पराकला प्रभाकर से आपकी शादी हुई और इसके बाद आप लन्दन शिफ्ट हो गयी. लन्दन में कॉर्पोरेट क्षेत्र में कई उपलब्धियां हासिल ल्कारने के आप 1991 पुनः भारत वापस आ गयी. भारत आने के बाद अपने शिक्षा के क्षेत्र में कई काम किये. निर्मला सीतारमन हैदराबाद में स्थित प्रणव स्कूल के संस्थापकों में से एक हैं। निर्मला सीतारमन प्राइसवॉटरहाउस कूपर्स के साथ वरिष्ठ प्रबंधक (शोध एवं विश्लेषण) के तौर पर भी कार्य कर चुकी हैं। उन्होंने कुछ समय के लिए बीबीसी विश्व सेवा के लिए भी कार्य किया।

राजनैतिक करियर की शुरुआत 

आरम्भ में निर्मला सीतारमन के पति एवं परिवार का झुकाव कांग्रेस की तरफ था लेकिन इसके बावजूद उन्होंने साल 2006 में बीजेपी ज्वाइन किया. अपने राजनीतिक जीवन के शुरुआती दिनों में वे रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व में बीजेपी की प्रवक्ता बनीं. लंदन में हासिल की गई अपनी उपलब्धियों के दम पर पार्टी में लगातार सफलता की सीढ़ी चढ़ती चली गईं. निर्मला सीतारमन 2003 से 2005 तक राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्या रह चुकी हैं। 03 सितंबर 2017 को पहली भारतीय महिला रक्षामंत्री बनने से पूर्व तक भारतीय जनता पार्टी की प्रवक्ता के साथ-साथ भारत की वाणिज्य और उद्योग (स्वतंत्र प्रभार) तथा वित्त व कारपोरेट मामलों की राज्य मंत्री रहीं हैं. अपने दमदार व्यक्तित्व और देश हित की बात को अडिगता के साथ रखने के कारण उनका प्रमोशन कर उन्हें रक्षा मंत्री का पद दिया गया.

पहली बार आंध्र प्रदेश से राज्यसभा के लिए चुनी गयी 

2014 में भाजपा के सत्ता में आने के बाद आपको पहली बार आध्र प्रदेश से राज्यसभा भेजा. यह सीट टीडीपी के एन जनार्दन रेड्डी की मृत्यु के बाद खाली हुई थी. बीजेपी की सहयोगी होने के चलते टीडीपी ने यह सीट निर्मला सीतारमन को ऑफर की. वर्तमान में वे कर्नाटक से राज्यसभा सदस्य हैं.

स्वतंत्र भारत की पहली महिला रक्षा मंत्री बनने के बाद उन्हें बधाई देने का सिलसिला चल रहा है. कोई इसे नारी शक्ति का प्रतीत बता रहा है तो कोई नारियों के उत्थान में एक और मील का पत्थर बता रहा है.

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