राजधानी भोपाल की 140 करोड़ की बेशकीमती जमीन पर सालों से चल रहे थे फर्नीचर बनाने के कारखाने, टीन-बांस बल्लियों का अतिक्रमण भारी विरोध के बाद हटाया जा रहा है। कुछ लोगों ने इसका विरोध किया और जेसीबी मशीनों के सामने खड़े हो गए तो पुलिस ने इनमें से दो लोगों को हिरासत में ले लिया और उन्हें अशोका गार्डन थाने में बिठा लिया। कब्जे हटाने के लिए तीन जेसीबी मशीनें लगाई गईं और दो थानों की पुलिस बल को लगाया गया।
जानकारी के मुताबिक अशोका गार्डन थाने के पास से लगी सरकारी जमीन पर कई वर्षों से लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा था। इसकी शिकायत प्रशासन से की गई थी, जिसकी जांच की गई। इसमें मामला सही पाए जाने पर गुरुवार को जिला प्रशासन और नगर निगम की संयुक्त टीम ने दोपहर में 12 बजे से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की। कार्रवाई अब भी जारी है।
लोगों ने यहां की सरकारी ज़मीन पर टीन, बांस-बल्ली के सहारे बनाए बड़े-बड़े फर्नीचर के गोदाम बिना परमिशन चल रहे थे। अवैध तरीके से गोदामों के जरिए व्यवसाय किया जा रहा था। यहां पर जिला प्रशासन ने 22 अवैध कब्जों को चिंहित किया है। कार्रवाई के दौरान कुछ लोगों ने विरोध और हंगामा करना शुरू किया तो पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर अशोका गार्डन थाने में बिठा लिया।
‘हमारे पास रजिस्ट्री है, बच्चों को जहर देकर अफसरों को कोर्ट में घसीटेंगे’
कार्रवाई के दौरान कई लोगों ने कहा कि हमारे पास जमीन की रजिस्ट्री है। बच्चों को जहर दे देंगे और अफसरों को कोर्ट में घसिटेंगे। एसडीएम ने कहा कि रिकार्ड पर जमीन सरकारी है। एक व्यक्ति ने जब बार-बार रजिस्ट्री की बात की तो एसडीएम बोले कि आप सुबह से कागज की बात कर रहे हैं, लेकिन कागज दिखा नहीं रहे हैं। हम कार्रवाई नहीं रोकेंगे।
एसडीएम मनोज वर्मा ने बताया कि शासकीय जमीन पर लोगों ने कब्जा कर लिया था। इसकी लगातार शिकायतें मिल रही थीं। जांच के बाद आज जिला प्रशासन, नगर निगम और पुलिस बल की मौजूदगी में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जा रही है। इस दौरान कुछ लोगों ने विरोध किया था। उन्हें पुलिस की मदद से हटाया गया है।