कोरोना वायरस संकट के बीच बिहार में चुनावी सभाओं का सिलसिला जारी है. शुक्रवार को बिहार में दिग्गजों की चुनावी सभाएं हुईं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और तेजस्वी यादव रैली करने मैदान में उतरे. इन सभी नेताओं को सुनने के लिए बड़ी संख्या में लोग जुटे लेकिन इस बीच सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन नहीं हो सका. कई जगह इंतजाम होने के बावजूद लोग एक जगह बड़ी संख्या में जुटे और मास्क भी नहीं लगाया हुआ था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार विधानसभा चुनाव में अपने कैंपेन की शुरुआत कर दी है. शुक्रवार को सासाराम में पीएम मोदी ने अपनी पहली सभा को संबोधित किया, इस दौरान उनके साथ मंच पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी रहे. कोरोना वायरस संकट काल में पीएम की ये पहली चुनावी सभा थी.
रैली को लेकर काफी तैयारियां की गई थीं, जिसमें अलग-अलग विधानसभा क्षेत्र से लोगों को डिजिटली जोड़ने की बात हुई. ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सके, लेकिन जब पीएम मंच पर थे तब समर्थकों में ऐसा जोश रहा कि सभी नियम ताक पर चले गए. सिर्फ पीएम मोदी की ही रैली नहीं, बल्कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी, तेजस्वी यादव की रैलियों में भी ये नजारा देखने को मिला.
सासाराम के मंच पर पीएम मोदी खुद मास्क पहने हुए नजर आए और जब उन्होंने अपना भाषण शुरू किया उसी वक्त मास्क को उतारा. वहीं, दर्शक दीर्घा में शुरुआत में कुर्सियों का इंतजाम किया गया था जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई थी. लेकिन पीएम का संबोधन जैसे ही शुरू हुआ तो रैली स्थल पर फिर ‘मोदी-मोदी’ के नारे गूंजे और समर्थक जोश में आ गए.
इस दौरान कई लोग अपनी सीट से उठ खड़े हुए और आगे की ओर आए. रैली के दौरान फिर सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की धज्जियां उड़ीं और जोश में नारेबाजी चलती रही. हालांकि, इस दौरान सभा में कुछ लोगों ने मास्क पहना हुआ था, लेकिन अधिकतर लोग बिना मास्क के ही नज़र आए.
आपको बता दें कि बीजेपी की ओर से पीएम मोदी की रैली के लिए खास इंतजाम किया गया था. इसमें मंच पर सिर्फ पांच उम्मीदवारों को जगह दी गई, अन्य 15 उम्मीदवारों को उनके स्थान पर ही स्क्रीन के पास बैठाया गया. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सके, इसके लिए रैली का मुख्य फोकस डिजिटल प्लेटफॉर्म पर रखा गया.