14 सितंबर को हाथरस के चंदपा कोतवाली क्षेत्र के गांव बूलगढ़ी के एक खेत में दिल दहलाने वाली घटना को अंजाम देने के बाद चारों युवक कहां से कैसे भागे, उन्हें भागते हुए किसने देखा, इसकी पड़ताल मंगलवार को सीबीआईने की। हाथरस मामले की जांच में 15 वें दिन सीबीआई टीम के दो सदस्य गांव में पहुंचे। तीन आरोपियों के घर व आसपास मुआयना किया। उनके परिजनों से बात की।
युवती के साथ वारदात को अंजाम देने का आरोप गांव के ही चार युवकों पर है। मुख्य आरोपी संदीप व रवि तथा रामू के घर एक ही परिसर में हैं। एक और आरोपी का घर इन तीनों के घर से कुछ दूरी पर है। मंगलवार को सीबीआई टीम के दो सदस्य दिन में करीब पौने 12 बजे गांव पहुंचे। आरोपी संदीप के घर पर पहुंचने पर सबसे पहले उसके परिवार के रिहायश के बारे में जानकारी ली। मकान के प्रथम तल व उस पर बने कमरे की छत पर भी टीम पहुंची। यहां से देखा गया कि खेत की दूरी कितनी है। टीम ने यह पता करने की कोशिश की कि आखिर जब घटना हुई तब इस छत पर कोई था या नहीं। छत पर इधर उधर देखने के बाद टीम घर के बाहर आ गई। यहां घर के पिछवाड़े गई। यहां खेतों में जाकर मौजूद लोगों से बात की। पूछा गया कि जब घटना हुई तो चारों आरोपी भागे होंगे,उनको किसी ने भागते देखा या नहीं। लोगों ने बताया कि उस वक्त बाजरा की फसल खड़ी थी।
हाथरस मामले में नाबालिग बताए जा रहे एक आरोपी की मां से भी सीबीआई ने मंगलवार को लौटते वक्त बात की। उनसे उनके बेटे की पढ़ाई के बारे में पूछा। मां ने स्कूल का नाम बताया। गौरतलब है कि इस आरोपी की हाईस्कूल की मार्कशीट के अनुसार वह अभी 18 साल का नहीं हुआ है।