मध्य प्रदेश में हो रहे उपचुनाव में कांग्रेस ने भाजपा नेता उमा भारती को उनके ही गढ़ में चुनौती दी है. कांग्रेस ने छतरपुर की बड़ा मलहरा सीट से साध्वी राम सिया भारती को टिकट दिया है. राम सिया भारती का मुकाबला, पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के समर्थक प्रद्युम्न लोधी से है. दरअसल, प्रद्युम्न लोधी हाल ही में कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए थे. हालांकि इससे पहले लोधी भाजपा में ही थे लेकिन फिर कांग्रेस में शामिल हो गए थे और अब एक बार फिर भाजपा में शामिल होकर चुनाव लड़ रहे हैं.
भले ही कांग्रेस की साध्वी राम सिया भारती के सामने भाजपा ने प्रद्युम्न लोधी को मैदान में उतारा है लेकिन राम सिया भारती का असली मुकाबला तो उमा भारती से माना जा रहा है. राम सिया भारती और उमा भारती दोनों ही टीकमगढ़ से आती हैं और दोनों में ही समानता इस बात की भी है कि दोनों ने ही बचपन से संन्यास धारण कर लिया था. राम सिया भारती का पहनावा भी उमा भारती की तरह साध्वियों वाला ही है.
राम सिया भारती के प्रचार में हिंदुत्व की झलक साफ देखी जा सकती है. आजतक की टीम जब बड़ा मलहरा के दलीपुर गांव पहुंची तो वहां साध्वी राम सिया भारती चुनाव प्रचार कर रही थीं. राम सिया भारती चुनाव प्रचार के दौरान कमलनाथ सरकार में किए गए हिंदूवादी फैसलों को गिनाना नहीं भूलती हैं.
इलाके की समस्याओं जैसे बिजली, पानी, स्वास्थ्य और शिक्षा के साथ ही वो लोगों को बताती है कि कमलनाथ सरकार ने 15 महीनों में राम वन गमन पथ योजना, 1 हज़ार गौशालाओं का निर्माण और उज्जैन/ओंकारेश्वर/ओरछा में मंदिरों के विकास की योजनाओं को शुरू किया.
‘आजतक’ से बात करते हुए साध्वी राम सिया भारती ने बताया कि कमलनाथ ही सच्चे हनुमान भक्त हैं इसलिए राम मंदिर निर्माण के लिए उन्होंने शिलाएं भेजी हैं क्योंकि कांग्रेस के लिए राम चुनावी मुद्दा नहीं है. प्रचार के दौरान ही गांव में एक पेड़ के पास राम सिया भारती को गाय का बछड़ा दिखा तो उसे दुलारने लगीं और इसके बाद गांव के ही एक मंदिर में जाकर भगवान का आशीर्वाद भी लिया. राम सिया भारती ने बताया कि भाजपा का हिन्दू कार्ड यहां काम नहीं करेगा क्योंकि लोग यहां बेरोजगारी और पानी की समस्या से परेशान हैं.