भोपाल के एक प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र गोविंदपुरा में फैला अतिक्रमण का जाल उद्योगपतियों के लिए बड़ी मुसीबत बन रहा है। कच्चे-पक्के इन अतिक्रमणों के कारण चोरी की वारदातें भी हो रही हैं। इसे लेकर उद्योगपतियों ने सूक्ष्म लघु एवं मध्यम श्रेणी उद्योग मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा समेत जिला प्रशासन से भी शिकायत की है। उद्योगपतियों की मानें तो रेत, कबाड़ी, मांस, किराना समेत अन्य की 300 से अधिक दुकानें अवैध तरीके से लगाई जा रही हैं।
गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र में करीब 1100 छोटे-बड़े उद्योग हैं, जहां 25 हजार से अधिक मजदूर कार्य करते हैं। इससे क्षेत्र में दिन-रात चहल-पहल रहती है। इसकी आड़ में पिछले कुछ समय से यहां अतिक्रमण का जाल भी फैल चुका है। खाली शासकीय जमीनों पर अवैध तरीके से कब्जा करके कारोबार हो रहा है। गोविंदपुरा इंडस्ट्रीयल एसोसिएशन के सचिव मदनलाल गुर्जर ने बताया कि एसोसिएशन द्वारा हाल ही में अपने स्तर से सर्वे करवाया था, जिसमें 300 से ज्यादा अतिक्रमण सामने आए। इसके बाद मंत्री व जिला प्रशासन को अतिक्रमण हटाने की गुहार लगाई गई, क्योंकि अतिक्रमण की आड़ में आपराधिक प्रवृत्ति के लोग चोरी की वारदातों को अंजाम देते हैं।
- शासकीय जमीन पर रेत-गिट्टी एवं कबाड़ियों ने दुकानें स्थापित कर ली हैं। कई बार गिट्टी-रेत की वजह से दोपहिया वाहन चालक फिसलकर चोटिल हो जाते हैं। कारखानों से चोरी का सामान कबाड़ी दुकानों पर बेचा जाता है।
- लॉकडाउन के बाद से कई अतिक्रमणकर्ता पक्के निर्माण कर अतिक्रमण कर रहे हैं। इसकी जिला व्यापार उद्योग केंद्र को सूचना दी गई, किंतु कड़ी कार्रवाई नहीं हुई। इसके लिए एक सेल का गठन हो, जो अतिक्रमण हटाने की सख्त कार्रवाई करें।
- औद्योगिक क्षेत्र में ही मांस की दुकानें लग रही हैं। कई बार आपराधिक किस्म के लोग शराब पीकर हंगामा करते हैं। नशे में वे महिला कर्मचारियों के साथ अभद्रता भी कर देते हैं।