ऑपरेशन वाइल्डनेट के अंतर्गत कार्यवाही कर ऑनलाइन प्लेटफार्म यू-ट्यूब के माध्यम से पेंगोलिन व अन्य वन्य-प्राणियों के अवयवों का अवैध व्यापार करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। स्पेशल टॉस्क स्ट्राइक फोर्स (वन्य-प्राणी) एवं टाइगर स्ट्राइक फोर्स इंदौर व सागर द्वारा उज्जैन तथा शिवपुरी में कार्यवाही कर 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से 2.7 कि.ग्रा. पेंगोलिन स्केल्स व हाथी दाँत के आभूषण 2 नग जप्त कर प्रकरण दर्ज किया गया।
उप वन संरक्षक (वन्य-प्राणी) ने बताया कि प्रदेश में यह प्रथम मामला दर्ज किया गया, जिसमें गिरोह द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफार्म का उपयोग कर यू-ट्यूब के माध्यम से वन्य-प्राणी अंगों की तस्करी प्रदेश एवं प्रदेश के बाहर की जा रही थी। स्पेशल टॉस्क फोर्स (वन्य-प्राणी) के अंतर्गत गठित फॉरेस्ट सायबर सेल द्वारा प्रकरण की विवेचना करने पर पाया गया कि लिप्त गिरोह द्वारा वन्य-प्राणियों से संबंधित वीडियो बनाकर उसे अपलोड कर अवैध व्यापार किया जा रहा था, जिसमें लोग लालच/अंधविश्वास में आकर भ्रमित होकर इस आपराधिक कृत्य में शामिल होते रहे तथा लगातार ऐसे व्यक्तियों की संख्या भी बढ़ती गई। इस पर संज्ञान लेकर तत्काल यू-ट्यूब के भारत एवं अमेरिका मुख्यालय को नोटिस जारी कर उन्हें आपराधिक कृत्य के संबंध में उचित कार्यवाही करने के लिये अनुरोध भी किया गया। यू-ट्यूब द्वारा समय रहते कार्यवाही न करने पर उन्हें एक प्रकरण में आरोपी भी बनाया गया है। अंतत: यू-ट्यूब द्वारा वन्य-प्राणियों के अंगों के अवैध व्यापार संबंध आपराधिक कृत्य की गंभीरता तथा भारत में इस तरह के कृत्य के पूर्ण प्रतिबंध संबंधी तथ्य को ध्यान में रखते हुए स्पेशल टॉस्क फोर्स (वन्य-प्राणी) के अनुरोध पर उपरोक्त संदिग्ध वीडियो व लिंक को रिमूव कर ब्लॉक कर दिया गया है।
स्पेशल टॉस्क फोर्स (वन्य-प्राणी) द्वारा लिप्त गिरोह के विरुद्ध तेलंगाना राज्य में भी स्थानीय एजेंसी के माध्यम से 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर प्रकरण दर्ज करवाया गया। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर वन्य-प्राणियों के अवयवों के अवैध व्यापार में लिप्त गिरोह के विरुद्ध लगातार कार्यवाही जारी है।