जम्मू-कश्मीर के कुलगाम के काजीगुंड में कल रात बीजेपी के तीन नेताओं की आतंकियों ने हत्या कर दी थी. इसे लेकर पूरा काजीगुंड मातम में डूबा हुआ है. मृतकों का जब जनाजा निकला तो सैंकड़ों लोग उमड़ पड़े. इस बीच पुलिस ने अनंतनाग के अछबल इलाके से एक कार को बरामद किया है. शक है कि इसका इस्तेमाल आतंकियों ने बीजेपी नेताओं की हत्या में किया था.
सियासी लिहाज से ऐतिहासिक बदलावों से गुजर रही जम्मू-कश्मीर की धरती एक बार फिर खून से लाल हुई है. सुरक्षा बलों के आगे पस्त हो रहे आतंकियों ने बौखलाहट खूनी खेल खेला. दक्षिण कश्मीर के काजीगुंड में आतंकियों ने कार में सवार बीजेपी के तीन नेताओं पर सामने से गोलियां बरसा दी.
आतंकियों ने इस हमले को उस वक्त अंजाम दिया जब तीनों नेता एक कार से रात साढ़े आठ बजे के करीब घर लौट रहे थे. तीनों को आतंकियों ने घेर लिया और सामने से गोलियां बरसा दी. घेराबंदी ऐसी की गई कि भागने का मौका तक नहीं मिला. इस हमले में फिदा हुसैन के अलावा उमर राशीद बेग और उमर रमजान मारे गए हैं.
कश्मीर में बीजेपी के नेता हाल के कुछ हफ्तों में आतंकियों के निशाने पर आए हैं. 8 जुलाई को बीजेपी नेता वसीम बारी के अलावा उनके भाई और पिता की हत्या कर दी गई थी. 4 अगस्त को कुलगाम के आखरन नौपुरा में बीजेपी के नेता और संरपच आरिफ अहमद पर जानलेवा हमला हुआ. 6 अक्टूबर को गांदरबल में भी जिला भाजपा उपाध्यक्ष गुलाम कादिर राथर को मार दिया गया था.
कल सुबह ही एनआईए ने कुलगाम में आतंकियों के संदिग्ध ठिकानों पर छापमारी की थी, कुछ घरों की तलाशी ली गई थी। लेकिन कुछ घंटों बाद ही आतंकियों ने तिहरे हत्याकांड को अंजाम दे दिया. जम्मू-कश्मीर के आईजी की माने तो इस हत्याकांड में लश्कर से जुड़े टीआरएफ आतंकी संगठन का हाथ है.