दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के प्रतिदिन रिकॉर्ड मामले सामने आ रहे हैं। मंगलवार को राजधानी में कुल 6725 केस आए थे। वहीं बुधवार को सर्वाधिक 6842 नए केस सामने आए हैं। दिल्ली सरकार ने स्वीकार किया है कि राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना की तीसरी लहर आ चुकी है। कल पहली बार 6 हजार से अधिक मामले दर्ज हुए थे और आज कल का भी रिकॉर्ड टूट गया है। वहीं बुधवार को 51 लोगों की कोरोना के कारण जान गई है।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, दिल्ली में आज कोरोना के 6842 नए मामले सामने आए हैं। वहीं 5797 लोग इलाज के बाद पूरी तरह से ठीक हुए हैं और उन्हें डिस्चार्ज कर दिया है। वहीं 51 मौतों के साथ अब मृतकों की संख्या बढ़कर 6703 हो गई है। मंगलवार को 48 मरीजों की मौत हुई थी।
हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक, नए मामलों के बाद कुल संक्रमितों की संख्या अब 4 लाख 09 हजार 938 हो गई है। इसमें से 3 लाख 65 हजार 866 लोग इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं। वहीं एक्टिव केस की संख्या अब 37 हजार 369 तक पहुंच गई है। कुल संक्रिय मामलों में से 22 हजार 248 मरीज होम आइसोलेशन में रहकर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं जबकि अन्य का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है। वहीं कंटेनमेंट जोन की संख्या अब बढ़कर 3596 तक जा पहुंची है।
दिल्ली में आज कुल 58 हजार 910 कोरोना सैंपल्स की जांच हुई और इसमें से 11.61 प्रतिशत में पॉजिटिविटी दर्ज हुई है, जो चिंताजनक है। आज हुए कुल टेस्ट में 14 हजार 574 सैंपल्स की जांच आरटीपीसीआर/सीबीनैट/ट्रूनैट माध्मय से की गई जबकि बाकी के 44 हजार 336 नमूने रैपिड एंटीजन टेस्ट के माध्यम से जांचे गए। अब तक कुल 48 लाख 80 हजार 433 नमूनों की जांच हो चुकी है।
तेजी से बढ़ रहे मामलों पर बुधवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि COVID-19 मामलों में वृद्धि हुई है। हम इसे COVID मामलों की तीसरी लहर कह सकते हैं। हालांकि, केजरीवाल ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है और सरकार हालात पर लगातार नजर रखे हुए है। हम स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और सभी आवश्यक कार्रवाई करेंगे। केजरीवाल ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता दिल्ली में कोविड-19 के मरीजों को सबसे अच्छा इलाज मुहैया कराना और मृत्यु दर को कम से कम रखना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शहर में कोविड-19 मरीजों के लिए बेड्स की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि हालांकि कुछ बड़े, निजी अस्पतालों में आईसीयू बेड्स की कमी है, लेकिन हम इसमें सुधार की कोशिश कर रहे हैं।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि COVID-19 के कारण दिल्ली में लगभग 7000 बेड्स भरे हुए हैं, जबकि 9,000 बेड्स खाली हैं। बढ़ते मामलों को हम COVID-19 की तीसरी लहर कह सकते हैं, लेकिन हमने पिछले 15 दिनों में टेस्ट बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया है, इसलिए बढ़ोतरी के लिए इसे भी जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। जैन ने कहा कि हमने निजी अस्पतालों में 80% आईसीयू बेड कोरोना मरीजों के लिए रिजर्व किए थे, जिसे दिल्ली हाईकोर्ट ने रोक दिया था। इसके लिए अब हम सुप्रीम कोर्ट जा रहे हैं। हम सुप्रीम कोर्ट से इस फैसले को पलटने की मांग करेंगे।