मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण को रोकने और इस महामारी से निपटने के दृष्टिगत प्रदेश सरकार ने राज्य के सभी राजकीय मेडिकल काॅलेजों, शिमला और धर्मशाला के जोनल अस्पतालों और नागरिक अस्पतालों रोहड़ू और रामपुर को प्राधिकृत सेवा प्रदाता एजेंसियों के माध्यम से आउटसोर्स आधार पर अस्थाई तौर पर विभिन्न श्रेणियों के पदों को भरने के लिए अधिकृत किया है। उन्होंने कहा कि अस्थाई तौर पर श्रमशक्ति तैनात करने के लिए 31 मार्च, 2021 तक का समय निर्धारित किया गया है।
मुख्यमंत्री आज पठानकोट से स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से एक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
जय राम ठाकुर ने कहा कि मेडिकल काॅलेजों के प्रधानाचार्यांें और इन चयनित अस्पतालों के नियंत्रक अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे इस दिशा में तत्काल कदम उठाएं और सरकार को तीन दिनों के भीतर अनुपालना रिपोर्ट भेजें। उन्होंने कहा कि राज्य में कोविड की स्थिति से प्रभावी रूप से निपटने के लिए पर्याप्त श्रमशक्ति की उपलब्धता सुनिश्चित बनाने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया है।
उन्होंने कहा कि 130 नर्सों, 75 लैब तकनीशियनों, 79 चतुर्थ श्रेणी और 10 डेटा एंट्री आॅपरेटरों को अस्थायी रूप तौर पर आउटसोर्स आधार पर भर्ती किया जाएगा। इनमें से 15 नर्सों, 15 लैब टेक्नीशियन, 15 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों और एक डेटा एंट्री आॅपरेटर को आईजीएमसी, शिमला में तैनात किया जाएगा। इसी प्रकार, 15 नर्सांे, 10 लैब टेक्नीशियन, 12 चतुर्थ श्रेाी कर्मचारियों और एक डेटा एंट्री आॅपरेटर को डा. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल काॅलेज, टांडा, 15 नर्सांे, 10 लैब टेक्नीशियन, 12 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों और एक डेटा एंट्री आॅपरेटर की श्री लाल बहादुर शास्त्री राजकीय मेडिकल काॅलेज, नेरचैक में भर्ती किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पं. जवाहर लाल नेहरू राजकीय मेडिकल काॅलेज, चंबा में 10 नर्सांे, 10 लैब टेक्नीशियन, 10 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों और एक डेटा एंट्री आॅपरेटर को तैनात किया जाएगा। डा. राधाकृष्णन राजकीय सरकारी मेडिकल काॅलेज, हमीरपुर में 10 नर्सांे, 10 लैब तकनीशियन, 5 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों और एक डेटा एंट्री आॅपरेटर भर्ती किए जाएंगे जबकि डा. वाई.एस परमार राजकीय मेकिल काॅलेज, नाहन में 10 नर्सांे, 10 लैब टेक्नीशियन, 5 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों और एक डाटा एंट्री आॅपरेटर की तैनाती की जाएगी।
उन्होंने कहा कि 10 नर्सांे, पांच लैब टेक्नीशियन, पांच चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों और एक डेटा एंट्री आॅपरेटर को दीन दयाल उपाध्याय जोनल अस्पताल, शिमला, 10 नर्सांे, पांच लैब टेक्नीशियन, पांच चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों और एक डेटा एंट्री आॅपरेटर को जोनल अस्पताल धर्मशाला में जबकि नागरिक अस्पताल खनेरी, रामपरु बुशैहर में 10 नर्सांे, पांच चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों और एक डेटा एंट्री आॅपरेटर को तैनात किया जाएगा। इस प्रकार, नागरिक अस्पातल रोहड़ू में भी 10 नर्सांे, पांच चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों और एक डेटा एंट्री आॅपरेटर की भर्ती की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने कोविड-19 की स्थिति से और बेहतर तरीके से निपटने के लिए दीन दयाल उपाध्याय जोनल अस्पताल शिमला, श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल काॅलेज नेरचैक, जोनल अस्पताल धर्मशाला और पं. जवाहर लाल नेहरू मेडिकल काॅलेज चम्बा में अस्थाई तौर पर पांच-पांच चिकित्सा अधिकारियों की तैनाती की है। इन चिकित्सकों को उन विभिन्न स्थानों से स्थानान्तरित किया गया है जहां पर निर्धारित मापदण्डों से अधिक संख्या में चिकित्सक तैनात हैं।
स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने मुख्यमंत्री को आश्वस्त किया कि इन सभी पदों पर अस्थाई तौर पर नियुक्तियां सुनिश्चित की जाएंगी।
मुख्यमंत्री के प्रधान निजी सचिव डाॅ. आर.एन. बत्ता भी इस अवसर पर उपस्थित थे।