वास्तु शास्त्र में घर में सकारात्मकता बढ़ाने और नकारात्मकता दूर करने के कई नियम एवं उपाय बताए गए हैं. जिनकी मदद से घर के दोष दूर किए जा सकते हैं. दरअसल, जिन घरों में वास्तु दोष होते हैं, वहां रहने वाले व्यक्तियों को मानसिक तनाव, आर्थिक परेशानी, एकाग्रता की कमी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.
वास्तु में पिरामिड का अपना महत्व होता है. वास्तु शास्त्र में पिरामिड त्रिकोण आकार का दिखाई देता है. वास्तु के अनुसार घर में पिरामिड (Pyramid) लगाकर कई परेशानियों से मुक्ति पाई जा सकती है. वास्तु दोष दूर करने और एकाग्रता बढ़ाने के लिए घर में पिरामिड रखना चाहिए. धातु या लकड़ी में से कोई भी पिरामिड घर में रखा जा सकता है.
कई लोग पिरामिड का अलग-अलग प्रयोग करते हैं. जिसमें पिरामिड को अपने घर की उत्तर दिशा में रखना सामान्य है. वास्तु के मुताबिक उत्तर दिशा में रखा पिरामिड धन लाभ और आर्थिक संपूर्णता लाने में मददगार माना जाता है.
इसके अलावा जिन बच्चों का पढ़ाई में मन नहीं लगता उनकी स्टडी टेबल पर पिरामिड रखने से एकाग्रता बढ़ती है. बच्चों की स्टडी टेबल पर खासतौर से क्रिस्टल का पिरामिड रखने से पढ़ाई में मन लगने लगता है. सकारात्मक नतीजों के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जाता है. पिरामिड को यदि आप अपने ग्रहण करने वाले जल के ऊपर रखें तो इससे पाचन शक्ति बढ़ती है. इसके अलावा यदि आप अपने घर की पूर्व दिशा में पिरामिड रखते हैं तो नाम एवं यश की प्राप्ति होती है. दक्षिण दिशा में पिरामिड रखने से शत्रुओं का नाश होता है. किसी प्रकार का मुकदमा चल रहा है तो उसमें गति आने लगती है. हालांकि, पिरामिड की सही दिशा नहीं समझी तो इसका परिणाम गलत भी होता है.
वास्तु के अनुसार कई बार किसान यदि बीजों को बोने से पहले पिरामिड के अंदर रखें तो ऐसे बीज बहुत प्रभावशाली होते हैं. यदि आपके घर में किसी को किसी प्रकार की बुरी आदत हो तो उससे मुक्ति के लिए घर में पिरामिड जरूर लगाएं.