किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने विभागीय समीक्षा करते हुए बजट का शीघ्र समुचित उपयोग करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा है कि बजट के उपयोग में लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी। बैठक में केन्द्र प्रवर्तित एवं राज्य पोषित योजनाओं की गहन समीक्षा की गई। योजनाओं के सुचारू संचालन हेतु वास्तविक बजट की आवश्यकता एवं बजट के पुनर्विनियोजन हेतु 3 दिनों में प्रस्ताव तैयार कर वित्त विभाग को भेजने के निर्देश संचालक सुश्री प्रीति मैथिल को दिए।
मंत्री श्री पटेल ने बैठक में कृषक हितग्राही मूलक योजनाओं का बजट 30 जनवरी तक शत-प्रतिशत व्यय किया जाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि प्रदेश में संचालित 47 कृषि प्रक्षेत्रों को लाभ में लाने हेतु कार्य योजना एक सप्ताह में प्रस्तुत करें। श्री पटेल ने कहा कि वर्ष 2021-22 में कृषि प्रक्षेत्रों को मॉडल कृषि प्रक्षेत्र बनाया जाये। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ कृषकों को दिलाये जाने के लिये लगातार मूल्यांकन एवं सतत निगरानी रखी करें। उन्होंने 500 मीट्रिक टन गोदाम निर्माण इकाईयों की स्थापना 15 फरवरी तक पूर्ण करने के निर्देश दिये। श्री पटेल ने कहा कि गोदाम निर्माण में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाये।
मंत्री श्री पटेल ने निर्देशित किया कि कृषक हितग्राही मूलक योजनाओं का लाभ अंतिम छोर के व्यक्ति तक पहुंचाने के लिये सतत् निगरानी रखी जाए। कमल सुविधा केन्द्र में प्राप्त होने वाली शिकायतों का त्वरित समाधान करें जिससे किसानों में विभाग के प्रति विश्वास और अधिक सुदृढ़ हो। मंत्री श्री पटेल ने 30 दिवस से अधिक की लंबित शिकायतों की समीक्षा प्रत्येक सोमवार को किये जाने के निर्देश संचालक कृषि को दिये गये। उन्होंने योजनाओं के क्रियान्वयन में किसी प्रकार की लापरवाही न करने तथा कृषकों को समय पर गुणवत्तापूर्ण कृषि आदान उपलब्ध कराने एवं समय-समय पर निगरानी करने के निर्देश विभागाध्यक्ष को दिये गये।