आखिरकार टीम इंडिया ने मौजूदा ऑस्ट्रेलिया दौरे की वनडे सीरीज गंवा दी. ऑस्ट्रेलिया ने स्टीव स्मिथ की 64 गेंदों में 104 रनों की शतकीय पारी से रनों का पहाड़ खड़ा कर रविवार को सिडनी में खेले गए दूसरे वनडे में भारत को 51 रनों से शिकस्त देकर तीन मैचों की सीरीज में 2-0 से अजेय बढ़त हासिल कर ली.
390 रनों के बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरी विराट ब्रिगेड निर्धारित 50 ओवरों में 338/9 रन ही बना सकी. इस जीत के साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने अपने धरती पर भारत के हाथों पिछली सीरीज हार का बदला ले लिया. 2018/19 की द्विपक्षीय वनडे सीरीज में कंगारू टीम को टीम इंडिया ने 2-1 से शिकस्त दी थी.
कप्तान विराट कोहली ने पारी संवारने की पुरजोर कोशिश की. लेकिन वह 89 रन बनाने के बाद लपके गए. उपकप्तान केएल राहुल (76) ने छोर संभाला, पर बड़े लक्ष्य के आगे टीम इंडिया पर लगातार दबाव बढ़ता गया.
रवींद्र जडेजा (24) और हार्दिक पंड्या (28) लगातार गेंदों पर लौटे. इससे पहले शिखर धवन (30), मयंक अग्रवाल (28) और श्रेयस अय्यर (38) शीर्ष क्रम में अपनी पारी को मजबूती नहीं दे पाए.
ऑस्ट्रेलिया की ओर से पैट कमिंस ने 3 झटके दिए. जोश हेजलवुड और एडम जाम्पा को 2-2 सफलताएं मिलीं. एम. हेनरिक्स और ग्लेन मैक्सेवल को एक-एक विकेट मिला.
ऐसी रही टीम इंडिया की शुरुआत
फॉर्म में चल रहे शिखर धवन (30) और मंयक अग्रवाल (28) ने शुरुआत बाउंड्री से की. अग्रवाल ने पहले ही ओवर में दो बार गेंद सीमारेखा के पार कराई, जबकि धवन ने मिशेल स्टार्क पर लगातार तीन चौके जमाए. अग्रवाल की शानदार कवर ड्राइव से मेहमान टीम ने 6.1 ओवरों में 50 रन का स्कोर पार कर लिया था. हालांकि तेजी से रन जुटाने के प्रयास में धवन विकेट गंवा बैठे.
कप्तान कोहली ने दौड़ में बनाए रखा
फिर कोहली उतरे और भारतीय कप्तान ने हमेशा की तरह अपनी 87 गेंदों की पारी के दौरान कुछ बेहतरीन शॉट लगाते हुए भारत को लक्ष्य का पीछा करने की दौड़ में बनाए रखा. भारत ने 9-10 रन प्रति ओवर के जरूरी रन रेट को बनाये रखने की कोशिश की. लेकिन तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड ने ऑस्ट्रेलिया को सबसे बड़ी सफलता दिलाई, जब उनकी गेंद पर मोइजेस हेनरिक्स ने मिडविकेट पर डाइव करते हुए कोहली का कैच लपक लिया.
पंड्या- राहुल ने जोर लगाया, पर…
इसके बाद हार्दिक पंड्या क्रीज पर उतरे और इस हरफनमौला ने लोकेश राहुल के साथ मिलकर कुछ बड़े शॉट जमाए. लेकिन इतना ही काफी नहीं था. राहुल अपनी 66 गेंदों की पारी के दौरान पांच छक्के और चार चौके जमाकर पवेलियन पहुंच गए. इसके बाद भारतीय टीम की उम्मीद टूट गई. ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज पैट कमिंस ने अपने 10 ओवरों में 67 रन देकर तीन विकेट हासिल किए.
ऑस्ट्रेलिया ने 389/4 का विशाल स्कोर खड़ा किया था
शानदार फॉर्म में चल रहे स्टीव स्मिथ के 64 गेंदों में बनाए गए शतक की मदद से ऑस्ट्रेलिया ने 4 विकेट पर 389 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया. ऑस्ट्रेलियाई ‘रन मशीन’ स्मिथ का यह भारत के खिलाफ 50 ओवर के प्रारूप में पांचवां शतक है. उन्होंने सीरीज के शुरुआती मैच में सैकड़े के बाद लगातार दूसरा शतक जमाया.
स्मिथ की 104 रनों की पारी के अलावा विस्फोटक सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर ने 77 गेंदों में 83 रन बनाए, जबकि कप्तान एरॉन फिंच ने पहले विकेट के लिए 23 ओवरों में 142 रनों की साझेदारी के दौरान 60 रनों का योगदान दिया.
मार्नस लाबुशेन और ग्लेन मैक्सवेल की जोड़ी ने इसी आक्रामकता को बरकरार रखते हुए ऑस्ट्रेलिया को विशाल स्कोर तक पहुंचाया. लाबुशेन ने 70 और बिग हिटर मैक्सवेल ने 29 गेंदों में चार छक्के और इतने ही चौके की मदद से नाबाद 63 रन बनाए.
स्मिथ ने अपनी 104 रनों की पारी के दौरान 14 चौके और दो छक्के जड़े, जबकि वॉर्नर ने 7 बार गेंद सीमारेखा के पार कराई और तीन छक्के जड़े, हालांकि वह श्रेयस अय्यर के डीप से सीधे फेंके गए शानदार थ्रो के कारण अपने शतक से चूक गए.
स्मिथ ने अपने पारंपरिक अंदाज में खेलते हुए विकेट के चारों ओर शॉट जमाये और भारतीय गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाईं. उन्हें आउट करने के लिए भारत को हरफनमौला हार्दिक पंड्या की मदद लेनी पड़ी, जिन्होंने एक साल पहले हुई पीठ की सर्जरी के बाद पहली बार गेंदबाजी की.
वह अपने तीसरे ओवर में इस ऑस्ट्रेलियाई को लुभाकर आउट करने में भी सफल रहे. उनकी गेंद को खेलने के प्रयास में स्मिथ शॉर्ट थर्ड मैन पर मोहम्मद शमी को कैच दे बैठे. स्मिथ ने अपने वनडे करियर का 11वां शतक जड़ा.
इससे पहले वॉर्नर ने पहले ही ओवर में शमी की गेंद को बाउंड्री के लिए भेजकर ऑस्ट्रेलियाई पारी शुरू कराई. उन्होंने अपने अंदाज से बड़ी पारी खेलने के इरादे जाहिर कर दिए थे.
सीरीज के शुरुआती मैच में काफी रन लुटाने के बाद शीर्ष तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने मेडन ओवर से शुरुआत की और विकेट से अच्छी रफ्तार हासिल की जिस पर अच्छी खासी घास थी. लेकिन वह जल्द ही लय खो बैठे और ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने धीमी शुरुआत के बाद तेजी पकड़ना शुरू किया.
फिंच ने बुमराह की गेंद को बैकवर्ड स्क्वॉयर लेग की ओर भेजकर अपना पहला चौका जड़ा, जबकि गेंदबाज की रफ्तार 146-147 किमी प्रति घंटा थी. युवा नवदीप सैनी को जल्दी ही गेंदबाजी पर लगाया गया और वॉर्नर ने उनका स्वागत स्क्वॉयर लेग बाउंड्री पर छक्का लगाकर किया.
इन परिस्थितियों में सैनी के कम अनुभव का पूरा फायदा उठाते हुए वॉर्नर ने उनके ओवर में दो चौके जमाए और फिर पारी के 8वें ओवर में शमी की गेंद का भी यही हाल किया, जिससे ऑस्ट्रेलिया ने 50 रन पूरे कर एक और मजबूत शुरुआत की. ऑस्ट्रेलिया ने पूरी पारी के दौरान लय बनाए रखी और भारतीय गेंदबाजों ने गर्मी में काफी पसीना बहाया.